नमस्कार, आज की भक्ति प्रवाह की चर्चा में कल यानी 30 मई को आ रही है सोमवती अमावस्या, इस दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का विधान है।
108 में से 8 प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती है। अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित होती है ऐसे में इस दिन पितरों के नाम तर्पण करने से उन्हें तृप्ति मिलती है और वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं । पितरों की शांति और प्रसन्नता के लिए सोमवती अमावस्या के दिन कुछ विशेष कार्य कर सकते हैं ।
1. सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के नाम जल में तिल डालकर दक्षिण दिशा की ओर तर्पण करना चाहिए.
2. पीपल के नीचे एक दीपक जलाएं । ऐसा करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और परिवार में खुशहाली आती है ।
3. सोमवती अमावस्या के दिन दान जरूर करें । आप किसी भी जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र आदि कुछ भी दान कर सकते हैं ।
4. यदि संभव हो तो सोमवती अमावस्या के दिन पीपल का एक पौधा लगाएं और इस पौधे की सेवा भी करें । ऐसा करने से पितर बेहद प्रसन्न होते हैं। आपके द्वारा लगाया गया पीपल का पौधा जैसे जैसे बड़ा होगा, आपको अपने पितरों से आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपके घर के सारे संकट धीरे-धीरे दूर हो जाएंगे । वैसे तो पीपल का पौधा किसी भी अमावस्या को लगाया जा सकता है, लेकिन सोमवती अमावस्या के दिन यह कार्य करना अति उत्तम माना जाता है ।
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