अध्यात्म चालीसा

सरस्वती जी के विभिन्न मंत्र

Written by Bhakti Pravah

विद्या अध्ययन में आने वाली रुकावटो एवं विघ्न बाधाओं को दूर करने हेतु शास्त्रो में कुछ विशिष्ठ मंत्रो का उल्लेख मिलता हैं। जिसके जप से पढाई में आने वाली रुकावटे दूर होती हैं एवं कमजोर याद शक्ति इत्यादी में लाभ प्राप्त होता हैं।

1. सरस्वती मंत्र –

या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्र वृस्तावता ।
या वीणा वर दण्ड मंडित करा या श्वेत पद्मसना ।।
या ब्रह्माच्युत्त शंकर: प्रभृतिर्भि देवै सदा वन्दिता ।
सा माम पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड्या पहा.

2. सरस्वती मंत्र –

या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

3. विद्या प्राप्ति के लिये सरस्वती मंत्र:

घंटा शूल हलानि शंखमुसले चक्रं धनुः सायकं हस्ताब्जैर्दघतीं धनान्त विल सच्छीतांशु तुल्यप्रभाम्‌।
गौरीदेह !समुद्भवा त्रिनयनामांधारभूतां महापूर्वामत्र सरस्वती मनुमजे शुम्भादि दैत्यार्दिनीम्‌॥

4. सरस्वती मूल मंत्र:

ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः।

5. सरस्वती मंत्र:

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।

6. सरस्वती गायत्री मंत्र:

ॐ सरस्वत्यै विधमहे, ब्रह्मपुत्रयै धीमहि । तन्नो देवी प्रचोदयात।

7. ज्ञान वृद्धि हेतु गायत्री मंत्र :

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।

8. परीक्षा भय निवारण हेतु:

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वीणा पुस्तक धारिणीम् मम् भय निवारय निवारय अभयम् देहि देहि स्वाहा।

9. स्मरण शक्ति नियंत्रण हेतु:

ॐ ऐं स्मृत्यै नमः।

10. विघ्न निवारण हेतु:

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।

11. परीक्षा में सफलता के लिए :

ॐ नमः श्रीं श्रीं अहं वद वद वाग्वादिनी भगवती सरस्वत्यै नमः स्वाहा विद्यां देहि मम ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा। ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महा सरस्वत्यै नमः।

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