सूर्य आत्माकारक ग्रह है, यह राज्य सुख, सत्ता, ऐश्वर्य, वैभव, अधिकार, आदि प्रदान करता है। यदि सूर्य भगवान प्रसन्न रहें तो आपका जीवन सुखमय एवं मान-सम्मान से भरा रहता है. अपने जीवन में सुख के आगमन हेतु जानिए सूर्यदेव को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में –
प्रात:काल सूर्य देव का अर्घ्य देने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मनुष्य सफलता पाता है. धन संबंधी परेशानी एवं सभी प्रकार की नकारात्मकता दूर होती है.
सूर्य आदित्यहृदयस्तोत्र का नियमित पाठ करने से जीवन के सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है. यह विशेष फलदायी उपाय है। इसका पाठ करने से शत्रु की पराजय और रोग से छुटकारा मिलता है.
शारीरिक और मानसिक विकारों को दूर करने के लिए नियमित रूप से सूर्य देव को अष्टांग प्रणाम करें.
सूर्यदेव से शुभफल की प्राप्ति हेतु रविवार के दिन प्रात: सूर्योदय के समय बहते पानी में गुड़ को प्रवाहित करें.
सूर्य की प्रबल स्थिति के लिए तर्जनी उंगली में माणिक्य अथवा तांबे की अंगूठी धारण करें.
कुण्डली में सूर्य कमज़ोर है तो पिता एवं अन्य बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.
सूर्यदेव से अधिक उत्त़म फल पाने हेतु बीज मंत्रों का जाप करें.
गुड़, सोना, तांबा और गेहूं का दान भी सूर्य ग्रह की शांति के लिए उत्तम माना गया है. सूर्य से सम्बन्धित रत्न का दान भी उत्तम होता है.
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