भगवान शिव के बारे में कौन नहीं जानता कोई शिव शम्भू तो कोई हर हर महादेव के नाम से पुकारे जाते है हमारे देवादिदेव महादेव, प्रभु जितने दयालु है उतने ही क्रोधी स्वाभाव के है जो भी सच्चे मन और श्रधा से उन्हें पुकारता है वह उनकी पुकार तुरंत सुन लेते है, उनकी आराधना करने का और उन्हें जल्द प्रसन्न करने के लिए सबसे अच्छा उपाय है शिवलिंग की पूजा, मगर किस तरह से की जाये और क्या न किया जाये, आइये जानते है
यदि आप अपने घर में शिवलिंग स्थापित करना चाहते है तोह भूलकर भी किसी कोने या एकांत जगह पैर न रखें, ऐसा करने से नकारात्मक उर्जा आती है और पुरानों के अनुसार भगवान शिव क्रोधित हो जाते हैं।
हम सभी जानते है की हल्दी का इस्तेमाल औरतें अपनी कई प्रकार की सोंदर्य प्रसादन में उपयोग करती है और भगवान शिव तो खुद बोले भंडारी बाबा है और बाबा कभी भी सोंदर्य से जुडी चीजों का स्तेमाल नहीं करते है, इसलिए उन्हें हल्दी बिलकुल भी नहीं चढ़ानी चाहिए।
सिंदूर महिलाएँ अपनी मांग में लगाती हैं ताकि उनके पति को लम्बी आयु मिल सके भगवान शिव विनाश के देवता हैं। इसलिए उन्हें सिंदूर बिलकुल भी पसंद नहीं है, तो इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें भूलकर भी सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग को सदा एक ही स्थान पर रखना चाहिए कभी भी स्थान परिवार नहीं करना चाहिए अगर किसी स्थिथि वश ऐसा करना पड़ रहा है तो इस बात का ध्यान रखें की शिवलिंग का स्थान परिवर्तन करने से पहले उस पर गंगाजल और ठंढे दूध से पूजा पाठ करके ही स्थान परिवर्तन करें।
कभी भी मंदिर या किसी भी पवित्र स्थान का परिवर्तन करने से पहले किसी वैदिक विद्वान या पंडित जी से विचार विमर्श और पूर्ण रूप से जानकारी लेने के बाद ही करने चाहिए.
Leave a Comment