1. एक बड़ी ही लोकप्रिय कहावत है कि ‘पांचों उंगली एक जैसी नहीं होती’। बात बिल्कुल सही है लेकिन गौर से देखें तो हर व्यक्ति की पांचों उंगलियों में भी काफी अंतर नज़र आ जाएगा। हस्तरेखा विज्ञान इन्हीं अंतरों का अध्ययन करके व्यक्ति के स्वभाव, गुण एवं आर्थिक तथा सामाजिक स्थितियों का पता लगाता है।
2. हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार छोटी उंगली भी अन्य उंगलियों की तरह काफी महत्वपूर्ण है। इस उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। जिन लोगो की छोटी उंगली सामान्य से अधिक छोटी होती है उनमें धैर्य की कमी होती है। जिनकी छोटी उंगली अत्यधिक लंबी होती है उनमें दया की भावना कम होती है। कभी-कभी ऐसे लोग उग्र होकर क्रूरतापूर्ण व्यवहार भी कर बैठते हैं।
3. जिन लोगों की छोटी उंगली टेढ़ी होती है उन पर आंख बंदकर करके विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे लोग असत्यवादी होते हैं। लेकिन व्यक्तिगत और व्यवहारिक जीवन में ऐसे लोग काफी सफल होते हैं। जिनकी उंगली अधिक टेढ़ी-मेढ़ी हो उनसे तो सावधान ही रहना चाहिए। हस्तरेखा विज्ञान कहता है कि ऐसे लोग धूर्त और मौकापरस्त होते हैं।
4. जिन लोगों की छोटी उंगली अनामिका उंगली के नाखून तक पहुंच जाती है ऐसे व्यक्ति लक्ष्य के प्रति समर्पित होते हैं और अपने लक्ष्य को पाने में सफल होते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार ऐसे व्यक्ति कुशल प्रशासक, उद्योगपति, चिकित्सक, कवि, पत्रकार अथवा इंजीनियर हो सकते हैं। छोटी उंगली यदि अनामिका उंगली के सबसे ऊपरी पोर के आधे हिस्से तक पहुंच रही है तो यह बहुत ही शुभ संकेत है।
5. ऐसे लोग जिन क्षेत्रों से जुड़े होते हैं उसमें उच्च पद तक पहुंचते हैं। प्रशासनिक अधिकारी अथवा सफल व्यवसायी हो सकते हैं। ऐसे लोगों को जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। यह मितभाषी, नम्र और व्यवहार कुशल होते हैं।
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