सौंदर्य स्वास्थय

जानिये कैसे बढ़ाएं आँखों की रौशनी विटामिन्स से

Written by Bhakti Pravah

जब आप वृद्ध हो जाते हैं, तब आंखों का कमजोर होना एक बोझ की तरह लगता है, लेकिन सही आहार के साथ आप अपनी आंखों को स्वस्थ्य बनाये रख सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ आंख की पुतली, लेंस और कॉर्निया की रक्षा करते हैं और फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति और सूजन को भी कम करते है। इन खाद्य पदार्थों के विटामिन प्रभावी रूप से ब्लड शुगर के स्तर और हार्मोनल प्रतिक्रियाओं का नियंत्रित करते हैं।

आंखों के लिए, गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियों बेहतरीन खाद्य पदार्थों होते हैं क्योंकि ये एंटीऑक्सिडेंट्स और आंखों के लिए जरुरी विटामिन प्रदान करते हैं, जिसमें विटामिन बी-काम्प्लेक्स विटामिन-सी,विटामिन-ई, विटामिन-ए और कैQरोटिनॉइड भी होते हैं। आंखों की रोशनी और स्वास्थ्य के लिए विटामिन निम्नलिखित हैं-

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए जरुरी विटामिन

आंखों की बीमारी से लड़े विटामिन सी

यह आपकी आंखों को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में आपकी मदद करते हैं और अधिक पोषक तत्वों को अब्सॉर्ब करने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि इस महत्वपूर्ण विटामिन से कई क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत में मदद मिलती है। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि वयस्क, जो विटामिन-ई या विटामिन-सी दोनों के साथ मल्टीविटामिन का उपयोग करते हैं उनमें मोतियाबिंद 60 फीसदी कम होता है।

विटामिन ई

विटामिन-ई कोशिकाओं और टिश्यू को मजबूत बनाने और सूजन के प्रभाव से सुरक्षित रखने के लिए मिलकर काम करते हैं। लेजर आई-ऑपरेशन के दौर से गुजरे लोगों में हीलिंग और दृष्टि में सुधार करने के लिए विटामिन-ई और विटामिन-ए का भरपूर उपयोग किया जाता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन-ई की कम से कम 400 आईयू का उपभोग करते समय लोगों में मैक्यूलर डिजनरेशन के चरण विकसित करने का 25 फीसदी कम जोखिम होता है।

राइबोफ्लेविन

राइबोफ्लेविन को विटामिन-बी2 भी कहा जाता है। राइबोफ्लेविन स्वस्थ रक्त कोशिकाओं को बनाए रखने, फ्री-रेडिकल क्षति को रोकने, त्वचा और आंखों के स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद करता है। राइबोफ्लेविन विभिइन उत्पादों जैस मांस, कुछ डेयरी उत्पादों, खासकर चीज, अंडे, हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, पूर्ण अनाज और ब्रेड, दालें, ग्रैनोला बार और पास्ता में भरपूर पाया जाता हैं।

आंखों की रोशनी के लिए जरूरी है विटामिन ए

ज़ीरोफथालमिया और रतौंधी को रोकने के लिए हमें पर्याप्त विटामिन-ए की आवश्यकता होती है और विटामिन-ए एक एंटी-ऑक्सिडेंट है और विभिन्न बीमारियों, जैसे मोतियाबिंद और दृष्टि के होने वाले अन्य नुकसान को रोकता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट्स के साथ विटामिन-ए आंखों में डायबिटिक-न्यूरोपैथी सहित अन्य न्यूरोपैथी की प्रगति को धीमा करता है।

विटामिन बी6 और बी12

हमारे मस्तिष्क और तंत्रिका कार्य विटामिन-बी12 पर भारी निर्भर होते हैं। विटामिन बी6, बी12 की कमी ऑप्टिकल नर्व की क्षति, कब्ज की समस्याओं, मांसपेशियों की कमजोरी, तंत्रिका परेशानी और रतौंधी पैदा कर सकता है। मांस, सीफ़ूड, दही, पनीर और बिना-वसा वाले दूध, डिब्बाबंद चने, केला, अंकुरित दालें, कच्ची लाल मिर्च जैसे कुछ उत्पाद विटामिन बी-6 और बी-12 के सर्वोत्तम स्रोत हैं।

विटामिन बी3

विटामिन बी3 मोतियाबिंद जैसी आंख की समस्याएं और रतौंधी को रोकता है। विटामिन बी3 चिकन, मूंगफली, मशरूम, हरी मटर सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

आंखों के स्वास्थ्य के लिए खाएं फोलिक एसिड

फोलिक एसिड टिश्यू को रिपेयर, कोशिकाओं के विकास और स्वस्थ मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह आनुवांशिक सामग्री, डीएनए के उत्पादन के लिए भी एक महत्वपूर्ण तत्व है। इसकी कमी के कारण रतौधी, ऑप्टिकल तंत्रिका समस्याओं सहित तंत्रिका कार्यों का कारण बनता है। फोलिक एसिड की कमी इन खाद्य पदार्थों से पूरी की जा सकती है-

  • खट्टे फल और रस
  • सूखे सेम, मटर, फलियां और गेहूं
  • गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां
  • मशरूम और शतावरी
  • अंडे, सीफ़ूड और मांस

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