जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण का ध्यान करने से मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे जीवन-मुक्ति भी प्राप्त हो जाती है। श्री कृष्ण की सच्ची भक्ति से दुखो की मुक्ति संभव है। कलिकाल में पापी व्यक्ति के दिल में भी प्रभु भक्ति जाग जाए तो वो बेखटक वैकुण्ठधाम पहुंच जाता है। इस युग में सिर्फ सच्ची भक्ति का ही महत्व है। इस संसार में जन्म मरण के फेर से मोह माया में फंसकर पाने वाले दुखों से मुक्ति प्राप्त करनी हो तो सच्चे मन से भगवान की भक्ति करनी चाहिए। प्रभु भक्ति से ही ज्ञान और वैराग्य प्राप्त होता है और दुखों से मुक्ति भी मिलती है।
1. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय कुछ रुपए इनके पास रख दें. पूजन के बाद ये रूपए अपने पर्स में रख लें. इससे आपकी जेब कभी खाली नहीं होगी.
2. जन्माष्टमी को शाम के समय तुलसी को गाय के घी का दीपक लगाएं और ऊँ वासुदेवाय नम: मंत्र बोलते हुुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें.
3. जन्माष्टमी की करीब12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें तो जीवन में कभी धन की कमी नहीं आती, तिजोरी हमेशा पैसों से भरी रहती है.
4. भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबरधारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला. इस दिन पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
5. किसी कृष्ण मंदिर में जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र की 11 माला जप करें. इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को पीला वस्त्र व तुलसी के पत्ते अर्पित करें. मंत्र- क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि:परमात्मने प्रणत:क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:
6. इस दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें. इस उपाय से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है और साधक मालामाल हो जाता है.
7. धनवान बनने के लिए जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं. इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें. इससे भगवान श्रीकृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं.
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