अध्यात्म ज्योतिष

जानिये सुखी विवाहिक और स्वस्थ जीवन के अचूक सुत्र

Written by Bhakti Pravah

आज के समय में इंसान को धन दोलत स्वास्थ्य के सुख के साथ सुखी विवाहिक और स्वस्थ जीवन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है. किसी इंसान के पास कितनी भी सुख सुविधा हो कितनी भी धन दोलत हो लेकिन जब तक उसको उत्तम ग्रहस्थ सुख न मिले ये सब बेकार ही होते है |

जैसा की हम जानते है की पति पत्नी का घरेलू परिवेश दोनों का अलग होता है दोनों अलग अलग माहोल में पले होते है ऐसे में जब शादी होती है तो पति चाहता है की उसकी पत्नी उसके घरेलू वातावरण को एकदम से अपना लें जबकि ऐसा व्यावहारिक रूप से सम्भव नही होता जबकि उसकी होने वाली पत्नी चाहती है की उसको पीहर जैसा वातावरण मिले वो भी संभव नही होता ऐसे में पति पत्नी दोनों को ही सामंजस्य बनाकर जीवन की गाडी को चलाना पड़ता है | ऐसे में दोनों एक दुसरे की भावना की कद्र करते हुवे जीवन को चलाए तो काफी हद तक सम्स्या से छुटकारा पाया जा सकता है |

चूँकि हमारा विषय ज्योतिष है और कुंडली में कई ऐसे दोष होते है जिनके कारण हम चाहते हुवे भी अच्छा विवाहिक जीवन नही जी पाते | इसका पहला उपाय तो यही है की शादी कुंडली का मिलान करवाकर की जाए | शादी में केवल गुण मिलान पर निर्भर रहकर शादी न की जाए बलिक जिस से भी शादी की जा रही है उसकी कुंडली में उसके स्वास्थ्य धन चरित्र ग्रहस्थ सुख संतान सुख आयु आदि को भी ध्यान में रखा जाए यदि जातक में सभी गुण मिलते है तभी शादी के लिय आगे बढना चाहिए |

शादी को करवाने का कार्य गुरु ग्रह का होता है लेकिन शादी को चलाने का कार्य शुक्र ग्रह के अधीन है | ऐसे में आपके विवाहिक जीवन में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो आपकी कुंडली में कंही न कंही शुक्र दूषित या कमजोर मिलेंगे | ऐसे में आपको मां लक्ष्मी जी की आराधना करनी चाहिए | क्रीम रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करने चाहिए | सेंट परफ्यूम डिओ आदि का प्रयोग करना चाहिए | वस्त्र का खासतोर पर आपको ख्याल रखना होगा वस्त्र कभी भी फटे हुवे और मैले कुचेले न पहने | गाय की सेवा करे और अपने परोसे गये भोजन में से एक हिस्सा निकाल कर गाये को खिलाये | यदि आपकी कुंडली के अनुसार अगर पहन सकें तो आप शुक्र का रत्न ओपल आप धारण कर सकते है | पुरुष जातक अपनी पत्नी को कोई डिज़ानर साडी आदि देता रहे | स्त्री जातक को चाहिए की गुरुवार के व्रत करे केले के पेड़ की पूजा करे | घर के अंदर आपके शुक्र कायम अवस्य होना चाहिए उसके लिय घर में थोडा कच्चा आंगन अवस्य हो | यदि ये न हो तो घर में आलू का पोधा लगाना चाहिए या फिर कुछ मुल्तानी मिटटी घर में लाकर रख देनी चाहिए | अग्नि कोण में आपके टॉयलेट आदि न हो यानी की वो ये कोणा किसी कारण से दूषित न हो | आपके शयन कक्ष में देवी देवता की फोटो पितरों की फोटो आदि न हो, झुला झूलते हुवे राधा कृष्ण की फोटो घर में लगाना पति पत्नी के आपसी सम्बन्धी में के लिए अच्छी मानी जाती है |

शुक्र के बाद अच्छे विवाहिक जीवन में मंगल की भी बहुत भूमिका होता है क्योंकि घर में सभी मांगलिक कार्यों के कारक मंगल देव होते है | ऐसे में यदि मंगल ग्रह के कारण समस्या आ रही है तो मंगल के दान जैसे लाल कपड़ा लाल मिठाई आदि का दान करना चाहिए | लडकी की कुंडली में मंगल उसके पुरुष मित्र का कारक होता है तो नाडी ज्योतिष में इसे पति का कारक माना गया है इसिलिय मंगल की अहम भूमिका से हम इनकार नही कर सकते |

इनके साथ कुंडली में सप्तमेश और सप्तम भाव पर अपना प्रभाव डालने वाले ग्रहों का कुंडली में उनकी सिथ्ती के हिसाब से उपाय करने चाहिए |

माँ पार्वती की पूजा स्त्रियों को विवाहिक जीवन में शांति के लिय काफी शुभ फल देने वाली सिद्ध होती है|

बाकी कुंडली में अन्य ग्रह भी अपना प्रभाव अपनी सिथ्ती के अनुसार डालते है लेकिन यदि आप उपर लिखित उपाय करते है तो आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है |

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