हर सुहागन स्त्री की चाहत होती है कि उनका सुहाग लंबे समय तक बना रहे इसके लिए वह व्रत और उपवास भी रखती है कुछ सुहाग की निशानियां भी हैं जिनके विषय में कहा जाता है कि इनसे पति की आयु लंबी होती है
इनमें मंगलसूत्र और सिंदूर और चूड़ियां का बड़ा स्थान है लेकिन इन सुहाग की निशानियों से जुड़ी ऐसी मान्यताएं भी हैं जो पति और सुहाग की उम्र को कम कर देती है
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सुहागन स्त्रियों को भरणी नक्षत्र में नई चूड़ियां नहीं पहननी चाहिए इस नक्षत्र में चूड़ियां पहनना पति की उम्र पर अशुभ प्रभाव डालता है इससे पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ती है
भरणी नक्षत्र को नक्षत्र मंडल में दूसरा स्थान प्राप्त है इस नक्षत्र का स्वामी शुक्र है जो सौभाग्य सुख और वैवाहिक जीवन के आनंद को प्रदान करने वाला ग्रह है इस नक्षत्र में नई चूड़ियां पहनने से शुक्र अशुभ फल प्रदान करता है
भरणी नक्षत्र के अलावा गुरूवार और शनिवार के दिन भी नई चूड़ियां पहनना अशुभ फलदायी माना गया है
गुरूवार को रिक्त दिन माना गया है और शनि वियोग का कारक ग्रह है इसलिए इन दो दिनों में भी नई चूड़ियां धारण करने से विवाहित स्त्रियों को बचना चाहिए
सिंदूर सुहाग की सबसे बड़ी निशानी मानी जाती है सुहागन स्त्री बड़े ही आदर और आनंद से सिंदूर से अपना मांग भरती हैं लेकिन ऐसी मान्यता है कि पति की लंबी उम्र के लिए गुरूवार के दिन सिंदूर नहीं लगाना चाहिए
Post Credit : धर्म आस्था ज्योतिष सेवा संस्थान
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