आपका हाथ बहुत कुछ कहता है। वैज्ञानिक कहते हैं कि आंखों के बाद हाथ और पैरों के पंजों से सबसे ज्यादा ऊर्जा निकलती है। हस्तरेखा विज्ञान में हाथों की पूरी कुंडली खोलकर रख दी गई है। एक-एक रेखा का विश्लेषण किया गया है।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि आपके हाथों का रंग हर दिन बदलता रहता है। सूक्ष्म रूप से इसे देखने की जरूरत है। कभी-कभी तो यह इस तरह के रंग का हो जाता है कि आप इसकीस्पष्ट पहचान कर सकते हैं कि यह किस रंग का हो चला है। कुछ दिनों तक वही रंग रहे, तो आप सावधान हो जाएं।
जानिये निचे दिए गए रंगों के हिसाब से अपने भविष्य के बारे में
गुलाबी रंग : ज्योतिष विज्ञान के अनुसार यदि अगर आपकी हथेली गुलाबी और चित्तीदार है, तो आपका स्वास्थ्य सामान्य है और आप आशावादी और प्रसन्नचित्त व्यक्ति हैं। हथेली का रंग गुलाबी होना इस बात का संकेत है कि आपका स्वास्थ्य एवं स्वभाव दोनों ही बहुत अच्छे हैं और आप प्रगति कर रहे हैं। यह आपके भाग्य के लिए उत्तम है। हथेली का गुलाबी रंग करने केलिए सदैव मंदिर जाएं, प्रसन्नचित्त रहें और उत्तम भोजन करें। कभी भी क्रोध न करें और न किसी भी प्रकार का नशा करें।
लाल रंग : लाल रंग दो तरह के संकेत देता है- पहलारक्त की अधिकता और दूसरा रक्त का असंतुलन। अगर आपकी हथेली का रंग धीरे-धीरे हल्का लाल होता जा रहा है तो यह इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में आप ब्लडप्रेशर की समस्या से परेशान हो सकते हैं।यह रंग इस बात का संकेत है कि आप में क्रोध की अधिकताहै। आप छोटी-छोटी बातों में आवेश में आ जाते हैं। आप मिर्गी रोग से पीड़ित हो सकते हैं। आप भयभीत और शंकालु प्रवृत्ति के भी हो सकते हैं। इससे आपके भविष्य पर गलत असर पड़ेगा और आपकी प्रगति रुक जाएगी
पीला रंग : हथेली धीरे-धीरे पीले रंग की होती जारही है तो सावधान हो जाइए। यह आपके शरीर में रक्त की कमी का संकेत है। रक्त की कमी से कई तरह के रोग उत्पन्न होते हैं। आप एनीमिया के शिकार हो सकते हैं। आपके शरीर में पित्तदोष है। पीला रंग इस बात का संकेत भी है कि आप स्वार्थी और कंजूस किस्म के व्यक्ति हैं। आपका स्वभाव चिड़चिड़ा है।
नीला रंग : हथेली का रंग नीला रंग इस बात की सूचना है कि आप आलसी और लापरवाह व्यक्ति हैं। हर कार्य को आप कल पर टाल देते हैं। आपके जीवन में निराशा और सुस्ती के भाव ज्यादा हैं। कर्महीनता के कारण आपका भाग्य बंद हो गया है।नीला रंग इस बात का भी संकेत देता है कि आपके शरीर में रक्त का संचार धीमा पड़ गया है। इस धीमी गति के रक्त संचार के लंबे समय तक रहने से कई तरह की गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रतिदिन सुबह योगा करें।
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