दक्षिण मुखी या दक्षिण दिशा को आम तौर पर अशुभ माना गया है क्योंकि कहा जाता है की यह यम दिशा होती है लेकिन शाश्त्रों के अनुसार कोई भी दिशा अच्छी या बुरी नही होती यदि आपका भवन दक्षिण मुखी है तो उसे वास्तु अनुसार बनवाने से उसका दोष और दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है|
सबसे पहले तो आप ये जाने कि आप कैसे अपने मकान की दिशा को जान सकते है उसका एक उपाय तो दिशासूचक यंत्र है यदि ये आपके पास है तो आप आसानी से दिशाओं को जान सकते है और यदि ये आपके पास नही है तो सू्र्य के सामने मुँह करके खडे होने पर दाए हाथ की ओर जो दिशा होती है वह दक्षिण दिशा कहलाती है इस दिशा का स्वामी यम व ग्रह मंगल होता है अब ये जान लेने के बाद कि आपके घर का कौन सा भाग दक्षिण में है आप उस दिशा के दोषो को खत्म कर सकते है इसरे लिए आपको निम्न उपायो को अपनाना होगा –
1. पूरे घर का दक्षिण भाग अन्य भागों से ऊँचा रखे |
2. दक्षिण मुखी प्लोट में मुख्य द्वार बीच में होना चाहिए |
3. दक्षिण दरवाजे व खिडकियो की संख्या न के बराबर हो |
4. दक्षिणपश्चिम दिशा में पानी का कोई स्थान या पानी की टंकी नही होनी चाहिए |
5. दक्षिण मुखी मकान होने पर वायव्य कोण(NW) में सेफि्टक टेंक बनवाए |
6. भारी समान सब दक्षिण में रखें |
7. दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से नींद अच्छी आती हे़ै और शरीर भी स्वस्थ रहता है कभी भी उत्तर दिशा की तरफ सर नही करना चाहिए |
8. दक्षिण मुखी मुख्य दरवाजे को लाल रंग से रंगवाए और पंचमुखी हनुमान की मूर्ति स्थापित करें |
9. तांबे से बने मंगल यंत्र की पूजा करे और इसे मुख्य द्वार पर दायी तरफ लगाए
10. दक्षिण दिशा में कुआँ, पुराना कबाड, बोरिंग या दिवार में दरारे आदि नही होनी चाहिए नही तो खून की कमी, पीलिया, हदयरोग आदि का खतरा रहता है |
11.एक खास उपाय यह है कि पत्थर या कच्ची मिटटी का बंदर मुख्य द्वार या ड्राइंग रूम मे लगाए |
यदि इन उपायो को ध्यान मे रखकर दक्षिणमुखी प्लाट पर भवन बनवाए तो ऐसे घर मे भी सुखी जीवन व्यतीत किया जा सकता है और अशुभ दिशा के प्रभाव को शुभ बनाया जा सकता है |
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