वैसे युवा अपने करियर का क्षेत्र अपनी रूचि के अनुसार चुनते हैं, लेकिन ज्योतिष के आधार पर भी ग्रहों को देखकर हम यह जान सकते हैं कि हम किस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।कुंडली में स्थित ग्रहों के आधार पर यह जाना जा सकताहै कि किसी खास क्षेत्र में हमें नौकरी मिलेगी या नहीं। ग्रहों के आधार पर यह जाना जा सकता है कि हमें सरकारी नौकरी मिलेगी या प्रायवेट। बिजनेस अगर किया जाए तो किस क्षेत्र में बिजनेस करने से हमें फायदा होगा। कुंडली में 12 भावों में से 10वें भाव को कर्म भाव माना जाता है।किसी भी व्यक्ति के कुंडली के दसवें घर में स्थित ग्रहों के आधार पर उसके करियर या नौकरी के बारे में जाना जा सकता है।
सूर्य-विदेशी भाषा, अर्थशास्त्र, खगोल, वैद्य, इलेट्रॉनिक्स, फोटोग्राफी व अन्य कोई शोध कार्य कर पीएचडी की उपाधि लेता है।
चन्द्र-बॉटनी, अध्यात्म, ज्योतिष, कृषि, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाता है।
मंगल-मंगल ग्रह से व्यक्ति गणितज्ञ, इतिहास, डॉक्टरी, कृषि, रसायन, भूगर्भ शास्त्र, खनिज विज्ञान, कुकिंग, गृह विज्ञान, भूगोल, इंजीनियरिंग, वास्तु शास्त्र व सर्जन बनता है।
बुध-मैन्युफैक्चरिंग, अर्थशास्त्र, एलिमेंट साइंस, डॉफ्टिंग, टाइपिंग, शॉर्टहैंड, गणित, प्रिटिंग, अकाउंटेंसी, कॉमर्स, एडवरटाइजमेंट, फिल्म, शोध कार्य व पीएचडी धारक बनता है।
गुरु-गुरु दार्शनिक ग्रह है। इससे भाषा शास्त्र, धर्म, अध्यात्म, राजनीति, फिलॉसफी, न्याय क्षेत्र, शोध कार्य एवं पीएचडी उपाधि धारक होता है।
शुक्र-सिंगर, डांस, पेंटिंग, रसायन, फिल्म इंडस्ट्री, कवि आदि क्षेत्र में करियर बनता है।
शनि-कानून, मैन्युफेक्चरिंग, इंजीनियरिंग, डॉक्टरी, जियॉलाजी, विविंग, मशीनरी, फोटोग्राफी, रिफाइनरी, प्रिटिंग, एनिमल साइंस,चर्म उद्योग, गवर्नमेंट नौकरी।
राहु तथा केतु-सर्जन, भूगर्भ विज्ञानी, बिजनेसमैन, आर्ट एंड क्राफ्ट, कॉमर्स सब्जेक्ट में करियर बनाता है।
नोट:-यह समान्य जानकारी है कुंडली में उपस्थित ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है कि आपको कोन से व्यापार या नौकरी में सफलता मिलेगी
Credit : राधावल्लभ ज्योतिष केंद्र गाजियाबाद
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