अप्रैल के पहले हफ्ते से ही गर्मी ने रिकार्ड तोडऩा शुरु कर दिया है। चढ़ते पारे के साथ आग उगलते सूरज ने लोगों का बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। इन दिनों में सबसे ज्यादा खतरा लू लगने का होता है। इनसे बचने के लिए डॉक्टरों के कुछ सुझाव दिए हैं।
गरमी के दिनों में गरम हवाएँ चलती हैं, इसे लू कहते हैं। इन्हें कुछ लोग तो सहन कर जाते हैं, लेकिन कुछ लोग सहन नहीं कर पाते और लू का शिकार हो जाते हैं। खासकर अप्रैल, मई एवं जून की गर्मी व्यक्ति को अधिक परेशान करती है, जिससे बचने के उपाय हमें करना आवश्यक है।
आइए आप और हम निम्न उपायों को अपना कर काफी हद तक गर्मी की दस्तक से बच सकते हैं…
1- लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें। ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछे या फिर ठण्डे पानी से नहलाये। सामान्य तापमान का जल सिर पर डाले। ध्यान खे कि जिससे शरीर का तापमान कम हो जाये। व्यक्ति को नींबू पानी या नारियल पानी पीने को दे।
2- धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाते का इस्तेमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखे।
3- तबियत ठीक न लगे तो तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें
4- धनिए को पानी में भिगोकर रखें, फिर उसे अच्छी तरह मसलकर तथा छानकर उसमें थोड़ी सी शक्कर मिलाकर पीने से गरमियों में लू से राहत मिलती है।
5- मेथी की सूखी पत्तियों को ठंडे पानी में कुछ समय भिगोकर रखें, बाद में उसे हाथ से मसलकर छान लें, इस पानी में थोड़ा सा शहद मिलाकर दो-दो घंटे पर रोगी को पिलाएँ, इससे लू से तुरंत छुटकारा मिलता है।
6- इमली के बीज को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपड़े से छान लें। इस पानी में शकर मिलाकर पीने से लू का शमन होता है।
7- लू से बचने के लिए दोपहर के समय बाहर नहीं निकलना चाहिए। अगर बाहर जाना ही पड़े तो सिर व गर्दन को तौलिए या अंगोछे से ढँक लेना चाहिए। अंगोछा इस तरह बाँधा जाए कि दोनों कान भी पूरी तरह ढँक जाएँ।
8- गर्मी के दिनों में हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करना चाहिए। बाहर जाते समय खाली पेट नहीं जाना चाहिए।
9- गर्मी के दौरान नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनना चाहिए जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहते हैं।
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