जैसा की सभी जानते है पूरी दुनिया में भारत को पारंपरिक और सांस्कृतिक उत्सव के देश के रूप में जाना जाता है, क्योंकि भारत एक बहुधर्मी और बहुसंस्कृति का देश है. भारत में हर कोई कभी भी हर महीने उत्सवों का आनन्द ले सकता है. इन उत्सवों और त्योहारों पर भारत की अतुल्य सांस्कृतिक विरासत का अहसास होता है.
लेकिन जब बात हो इन सभी पर्वों को धर्म और कट्टरवाद से परे जाकर मिलजुल कर भाईचारे से खुशियां मनाने और बांटने की, तो भाई चारे और प्रेम की ये मिसाल सिर्फ भारत में ही देखने को मिल सकती है , हालाँकि काफ़ी कट्टरपंथी मौलवी मुस्लिमों को हिन्दुओं के ख़िलाफ़ भड़काने का काम करते रहते हैं पर देश भक्त और भाई चारा पसंद मुस्लिम उनकी एक नहीं चलने देते ।
जिस दरगाह में ये सब होता है वो राजस्थान की राजधानी जयपुर से 200 किलोमीटर दूर झुंझुनू जिले के चिरवा स्थित नरहर दरगाह पर देखने को मिलती है. यहां मुस्लिम समुदाय के लोग दरगाह में जन्माष्टमी पर्व ईद की तरह मानते हैं
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