अध्यात्म

आखिर क्योँ विवाहित होने के बावजूद भी इन महिलाओं को माना जाता है कुंवारी

Written by Bhakti Pravah

हर लड़की के लिए शादी के बाद एक बदलाव आना एक स्वाभाविक और पौराणिक बात है जिम्मेदारी के साथ – साथ कई प्रकार के अन्य काम भी करने पड़ते है, शादी के बाद एक लड़की में पूर्ण समझ का विकास होता है और जिम्मेदारी का अहसास होता है मगर हमारे पुराणों में कुछ महिलाओं के बारे में ऐसा विधान लिखा है की जो थी तो शादीशुदा मगर उन्हें आज भी कुंवारी माना जाता है, पुराणों में इन महिलाओं को कन्या शब्द दिया गया तो आइये जानते है इनके बारे में विस्तार से …

(1) अहिल्या : पद्मपुराण के अनुसार महाऋषि गौतम की पत्नी अहिल्या जी को कुंवारी समझा जाता है। इसके पीछे यह बात है की एक बार देवराज इंद्र की दृष्टि देवी अहिल्या पर पड़ी और वह उन पर मोहित हो गए और उन्हें एक योजना सूझी, की जब गौतम ऋषि स्नान और पूजन करने घर से बाहर जायेंगे तो यह उनका रूप धारण करके उनके साथ संभंध बना सकेंगे. इंद्र देव ने उनका रूप लेकर वहां पहुंच गए और मौके का फायदा उठाकर अहिल्या से संबंध बनाए परन्तु ऋषि ने इन्हें गलत समझ शाप दे दिया। पति के प्रति पूरी निष्ठावान होने पर भी उन्होंने श्राप को स्वीकार कर लिया, जिसके कारण शाश्त्रों में उन्हें कौमार्या माना गया है।

(2) द्रौपदी : महाभारत में पांच पतियों की पत्नी होने पर भी द्रौपदी का व्यक्तित्व बहुत पवित्र था परन्तु इसके की उनके सम्बंध पांच पतियों से था, उसके बावजूद उन्हें कुंवारी कन्याओं की श्रेणी में माना जाता है। जीवनभर द्रौपदी ने पांचों पांडवों का हर परिस्थिति में साथ दिया और कभी किसी एक पति के साथ रहने की जिद्द नहीं की। अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से निभाने वाली द्रौपदी का स्मरण धर्म ग्रंथों में महापाप को नाश करने वाला माना गया है।

(3) मंदोदरी : रामायण में मंदोदरी की बुद्धिमानता और सुंदरता देखकर लंका नरेश रावण ने उनसे विवाह किया था। रावण की मौत के बाद श्रीराम के कहने पर विभीषण ने मंदोदरी को आश्रय दिया। मंदोदरी के गुण के कारण उन्हें महान माना गया है और उनकी पवित्रता कन्याओं की तरह मानी गई है।

(4) कुंती : हस्तिनापुर के राजा पांडु की पत्नी कुंती ने शादी से पहले ऋषि दुर्वासा के मंत्र से सूर्य का ध्यान करके पुत्र की प्राप्ती की। शादी के बाद पांडु की मौत के बाद कुंती ने वंश खत्म नहीं हो जाए इसलिए उसी मंत्र का दोबारा इस्तेमाल करके अलग-अलग देवताओं से संतान पाप्ती की, जिसके कारण उन्हें कौमार्या माना गया है।

Post & Image Source : DailyHunts

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