कल किसी ने प्रश्न पूछा कि रावत जी अच्छे गुरु को कैसे पहचाने ?
अच्छे गुरु की पहचान करना तो ऐसा मानो ! जैसे एक पानी के तालाब मे सुई को खोजना होता है । जैसे गुरु को अच्छे शिष्य की तालास होती है वैसे ही शिष्य को भी गुरु को परखना चाहिए । गुरु से निम्न प्रश्न पुछे जा सकते है ।
1- गुरु जी आपके पास जो ज्ञान है इसको फैलाने मे आपकी झुठ का क्या योगदान है
2- आपके इस ज्ञान पर पाखंड और झूठ की कितनी मोती पर्त चड़ी हुई है ?
3- आप इस ज्ञान का अपनी ज़िंदगी मे कितना उपयोग करते है ?
4- आप दिन भर मे लोगो से कितना झूठ बोलते है ?
5- आपकी ज़िंदगी मे धन का कितना महत्व है ?
6- आपका जीवन का उद्देश्य क्या है ? भगवान को प्राप्त करना या अपना साम्राज्य स्थापित करना ।
अगर कोई भी गुरु इस प्रश्नो मे सिर्फ एक प्रश्न का सही उत्तर दे दे तो उसको गुरु बना लेना चाहिए । तथा जो गुरु सिर्फ आज के युग मे 30/ सच बोलने की क्षमता रखता हो तथा 70/ झूठ बोलने वाला हो तो वो महान गुरु होने के लाइक है । आपको इस कलयुग मे उस आदमी को भी गुरु बना लेना चाहिए ।
डॉ एच एस रावत
हिन्दू धर्म उपदेशक
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