बुध देव ज्ञान के कारक शत्रु चन्द्र की राशि कर्क में आज 25 जून, सोमवार से आ रहा है, इसके साथ ही राहु का साया होकर शुक्र की युति भी रहेगी। 27 जुलाई, शुक्रवार से वक्री होकर 2 सितंबर तक वक्री मार्गी होकर रहेगा। 3 अगस्त से अस्त होकर 17 अगस्त तक अस्त रहेगा। वक्री ग्रह उलटा फलदायी होता है, वहीं अस्तगत निष्फल होता है। मार्गी शुभ फलदायी होता है।
आइये जानते है बुध देव का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा..
मेष :~ मेष राशिवालों के लिए तृतीय व षष्ठ भाव का स्वामी होकर चतुर्थ गोचर भ्रमण करने से पारिवारिक मामलों में सावधानी रखते हुए अपनी योग्यता के बल पर अनुकूल स्थिति पाएंगे। नौकरीपेशा व व्यवसायी लाभान्वित होंगे।
वृषभ:~ वृषभ राशिवालों के लिए द्वितीय व पंचम भाव का स्वामी होकर तृतीय भाव से भ्रमण करने से आप अपनी वाणी व बुद्धिबल से अनुकूल स्थिति के साथ पराक्रम से लाभान्वित होंगे। साझेदारी में लाभ होगा। लेखन में सफलता मिलेगी।
मिथुन:~ मिथुन राशिवालों के लिए लग्न व चतुर्थेश होकर द्वितीय भाव से होने से वाक् चातुर्य व कुटुम्बियों के सहयोग से धनलाभ पाने में सफल होंगे। स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा।
कर्क:~ कर्क राशिवालों को द्वादशेश व तृतीय भाव का स्वामी होकर लग्न से भ्रमण करने से बाहरी मामलों में सतर्कता बरतते हुए लाभदायक स्थिति रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा।
सिंह:~ सिंह राशिवालों के लिए एकादशेश व धनेश होकर द्वादश भाव से भ्रमण करने से आय से अधिक व्यय होगा। यात्रा करते वक्त सावधानी बरतें। बचत के योग कम ही हैं।
कन्या:~ कन्या राशिवालों के लिए दशमेश व लग्नेश होकर एकादश भाव से भ्रमण करने से नौकरीपेशाओं को लाभजनक स्थिति होगी। व्यापार में वृद्धि व स्वविवेक से लाभ होगा।
तुला:~ तुला राशिवालों के लिए भाग्य व व्ययभाव का स्वामी होकर दशम भाव से होने से व्यवसाय में वृद्धि, नौकरीपेशा अपने उद्देश्य में सफल होंगे। भाग्य साथ देगा व यात्रा के योग भी बनेंगे।
वृश्चिक:~ वृश्चिक राशिवालों के लिए अष्टमेश व एकादशेश होकर नवम भाव से भ्रमण करने से भाग्योन्नति में देरी हो सकती है। आय के मामलों में भाग्य साथ देगा। धर्म-कर्म में भी खर्च होगा।
धनु:~ धनु राशिवालों के लिए सप्तमेश व दशमेश होकर अष्टम से भ्रमण करने से काफी परिश्रम करने पर व्यवसाय में प्रगति होगी। जीवनसाथी के मामलों में सावधानी बरतें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मकर:~ मकर राशिवालों के लिए षष्टेश व भाग्येश होकर सप्तमेश से भ्रमण करने से शत्रुपक्ष में सावधानी बरतें। भाग्य साथ देगा व जीवनसाथी से सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।
कुम्भ:~ कुंभ राशिवालों के लिए पंचमेश व अष्टमेश होकर षष्ट भाव से भ्रमण होने से संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए समय उत्तम रहेगा। शत्रु पक्ष पर प्रभाव रहेगा। कर्ज की स्थिति साफ होगी।
मीन:~ मीन राशिवालों के लिए चतुर्थ व सप्तम भाव का होकर पंचम से भ्रमण करने से पारिवारिक सहयोग मिलेगा। संतान से प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी से लाभ होगा। लेखन कार्य में प्रगति होगी।
विशेष : बुधवार के दिन गणेशजी का व्रत रखें व ‘ॐ गं गणपतये नम:’ का जाप करें व लड्डू का प्रसाद चढ़ाएं। गाय को हरा चारा खिलाएं। बुधवार को गाय को हरे साबुत मूंग सवा पाव खिलाएं।
ज्योतिषाचार्य- श्री राजेश शाश्त्री जी (फूप जिला-भिंड (म. प्र.)
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