इन्सान के शरीर 45 डेल (इकाई) तक ही दर्द सह सकता है l
परन्तु जन्म देते समय एक महिला को ५७ डेल (इकाई) तक दर्द महसूस करती है l
यह दर्द 22 हड्डियों का एक साथ टूटने के बराबर है l
अपनी माँ की प्यार करो , इस धरती पर सबसे खुबसूरत अगर कोई है तो वो माँ है उसे दर्द (दुःख) मत दो l
सबसे बड़ी आलोचक ,लेकिन फिर भी सबसे अच्छी सहयोगी है
‘माँ’ जिसकी कोई परिभाषा नहीं,
जिसकी कोई सीमा नहीं,
जो भगवान से भी बढ़कर है
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