तरुण सागर जी संत प्रवचन

श्री तरुण सागर जी महाराज 12

Written by Bhakti Pravah

” मनुस्य जाती मे दो पूरानी बुराइया है |
एक ताने  मारने और दूसरी आँख मारने की |
पुरुस अगर ताने मारना और महिलाये आँख मारना
बंद कर दे तो जीवन और समाज के आधे संघर्स ख़त्म हो जाये |
अस्त्र – सस्त्र से अब तक जितने लोग नहीं मरे होंगे उससे भी अधिक लोग ताने और आँख मारने से मर चुके है |
बस , अपनी आँखों और जुबान को संभल लो , सब कुछ संभल जायेगा | आँख और जुबान बड़ी नालायक है

क्योंकि साडी गड़बड़िया इन्ही से शुरु होती है | “

Leave a Comment