ॐ श्रीं महा लक्ष्म्ये मम व्यापार व्रद्धि सिद्धये नमः
ॐ श्रीं ह्रीं ह्रीं ऐश्वर्य महालक्ष्मयै पूर्ण सिद्धिम देहि देहि नमः ।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः
श्री विष्णु सहस्त्रनाम
श्री संकट नाशक गणपति स्त्रोत।।
इनमे से कोई भी जो आपको सरल लगे उसका जप शुरू करे ।
लकड़ी के पट्टे पर लाल रेशमी वस्त्र बिछा कर माँ की तस्वीर या मूर्ति रखे और कमलगट्टे या रुदाक्ष की माला का प्रयोग करे।
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