राहु 1,2,5,7 से 12 भाव में अशुभ फल देगा और 3,4,6भाव में शुभ फल देगा
राहु जन्म कुंडली में अकेला हो तो रक्षक होगा पर आर्थिक रूप से ऐसा होगा जिसकी कोई शर्त्त नही होगी । राहु पहले भाव में स्थित होगा तो उसका प्रभाव सूर्य पर पड़ेगा और सूर्य
कुंडली म जहा स्थित वहा सूर्य ग्रहण जेसी स्तिथी होगी । राहु 11 वे भाव में स्थित हो तो उसका प्रभाव गुरु पर पड़ेगा और प्रतेयक प्रकार से हानि करेगा ।
राहु के शुभ अशुभ होने के लक्षण अशुभ राहु होने पर काला कुता मर जाये या खो जाये।हाथो के नाख़ून झड़ जाये। दिमाग ख़राब हो जाये अर्थात काम ना करे,शत्रुओ में विर्दी हो जाये ।
राहु के सामान्य उपाय
1. सायुक्त परिवार् में रहे ।
2. सिर पर चोटी रखें ।
3. ससुराल से सम्बन्ध बनाकर रखे ।
राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिये केतु का उपाय करे ।
1. जौ भारी वजन के निचे दबाकर रखे ।
2. दूध के साथ जौ को धोकर पानी में बाहय
3. मूली दान करे या कोयला पानी में बाहय
4. विवाह के समय कन्यादान दान करे।
5. सरस्वती की उपासना करे
6. सर्सो व् नीलम का दान करे ।
7. मसूर की दाल व् पैसा सफाई कर्मचारी को दे ।
8. नीले कपडे स्टील के बर्तन उचित मूल्य देकर ही ले ।
9. तम्बाखू का सेवन किसी भी रूप में ना करे ।
10. जेब में चांदी की ठोस गोली रखे ।
11. चांदी की चैन गले में धारण करे ।
12. चांदी के दो टुकड़े ले उसमे से एक बहते पानी में बहा दे और दूसरा हमेशा संभाल कर रखे ।
13. सबसे पहले बंद घड़िया खोटे सिक्के ख़राब बिजली के उपकरण घर से निकाले।
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