छोटे छोटे उपाय

नमक से मिटाए घर का वास्तुदोष

Written by Bhakti Pravah

नमक खाने का स्वाद बढ़ाता है ये बात तो सभी जानते हैं, लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि नमक से कुछ चमत्कारी उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों से महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है।
नमक से किए जाने वाले उपायों से घर के सभी सदस्यों की सोच सकारात्मक हो सकती है। नमक केवल खाने की चीज नहीं है बल्कि इससे वास्तु दोष भी दूर किया जा सकता है।

नमक का खास उपाय
वास्तु शास्त्र में जीवन को सुखी और समृद्धिशाली बनाने के लिए कई अचूक फंडे बताए गए हैं। यदि किसी घर में वास्तुदोष हैं और उनका सही उपचार नहीं हो पा रहा है तो बाथरूम में एक कटोरी साबूत यानी खड़ा समुद्री नमक रखें। ऐसा करने पर घर की कई प्रकार नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाएंगी और सकारात्मक ऊर्जा को बल प्राप्त होने लगेगा। हर माह कटोरी का नमक बदल लें और पुराने नमक को फेंक देना चाहिए।

हमारे आसपास के वातावरण में सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों प्रकार की शक्तियां सक्रिय रहती हैं। ये हम पर सीधा प्रभाव डालती हैं। वास्तु शास्त्र इन्हीं शक्तियों के सिद्धांत पर कार्य करता है। जिस घर में नकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय होती है, वहां के सदस्यों में नकारात्मक विचार अधिक रहते हैं और उन्हें आर्थिक परेशानियों के साथ-साथ पारिवारिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।

नमक में अद्भुत शक्तियां होती हैं, जो कई प्रकार के नकारात्मक प्रभावों को नष्ट कर देती हैं। इसके अलावा, इससे घर की दरिद्रता का भी नाश होता है और महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। परिवार के सभी सदस्यों के विचार सकारात्मक होंगे, जिससे उनका कार्य में मन लगा रहेगा। असफलताओं का दौर समाप्त हो जाएगा और सफलताएं मिलने लगेंगी।

लोक परंपराएं, मान्यताएं, टोने-टोटके सभी देशों में माने जाते हैं। कुछ लोग इन पर विश्वास करते हैं, तो कुछ इन्हें अंधविश्वास मानते हैं।

अधिकांश मान्यताओं के पीछे कोई ठोस आधार नहीं हैं, फिर भी ये सदियों से चली आ रही हैं। यहां जानिए कुछ ऐसी बातें जो सदियों से चली आ रही हैं…
नमक का गिर जाना नमक का गिरना अच्छा नहीं माना जाता। बुल्गारिया, यूक्रेन और रोमानिया जैसे देशों में इसे दुर्भाग्य और विवाद का सूचक समझा जाता है। भारत में भी नमक का इस्तेमाल करते वक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। दरअसल प्राचीन समय में नमक बेहद अमूल्य और दुर्लभ होता था। रोमन साम्राज्य में सैनिकों को वेतन नमक के रूप में दिया जाता था। तनख्वाह के लिए अंग्रेज़ी में ‘सैलरी’ शायद यहीं से आया है। ‘सैल’ मतलब होता है, नमक।
नमक के इसी महत्व के कारण उसका गिर जाना (यानी व्यर्थ हो जाना) किसी भी तरह की हानि का संकेत मान लिया गया होगा। शायद इसीलिए नीदरलैंड में नमक उधार देना भी बुरा माना जाता है। इंग्लैंड में लोक विश्वास है कि गिरे नमक में से एक चुटकी लेकर बाएं कंधे की ओर से पीछे फेंक देने पर अपशकुन नहीं होता।

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