सातवें भाव में बैठे द्वादशेश से राहू की युति हो तो तलाक होता है।
बारहवें भाव में बैठें सप्तमेश से राहु की युति हो तो तलाक होता है।
पंचम भाव में बैठे द्वादशेश से राहू की युति हो तो तलाक होता है।
पंचम भाव में बैठे सप्तमेश से राहू की युति हो तो तलाक होता है।
सातवें भाव का स्वामी और बाहरवें भाव का स्वामी अगर दसवें भाव में युति करता हो तो में तलाक होता है।
सातवें घर में पापी ग्रह हों व चंद्रमा व शुक्र पापी ग्रह से पीड़ित हो पति-पत्नी के तलाक लेने के योग बनते हैं।
सप्तमेश व द्वादशेश छठे आठवें या बाहरवें भाव में हो और सातवें घर में पापी ग्रह हों तो तलाक के योग बनते है।
सातवें घर में बैठे सूर्य पर शनि के साथ शत्रु की दृष्टि होने पर तलाक होता है।
ज्योतिषशास्त्र में जहां समस्याएं हैं तो साथ-साथ उनके शतप्रतिशत समाधान भी मौजूद हैं।
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