ज्योतिष

जाने जीवनसाथी का स्वभाव

Written by Bhakti Pravah

●●यदि सप्तम भाव में छाया ग्रह राहु या केतु, या उसका नवांश होता है तो जीवनसाथी परस्त्रीगामी , क्रोधी तथा जीवनसाथी की उपेक्षा करने वाला होता है।●●

●●यदि सप्तम भाव में गुरु या उसका नवांश हो तो जीवनसाथी विज्ञान क्षेत्र में रुचि रखने वाला , अच्छा वैज्ञानिक , राजनेता , मंत्री अथवा न्यायाधीश होता है●●

●●यदि सप्तम भाव में चंद्र या उसका नवांश हो तो जीवनसाथी अत्यधिक कामभावना वाला , कामुक, परन्तु परस्त्रीगामी नहीं, हृदय से दयालु तथा धनवान होता है।●●

●●यदि सप्तम भाव में मंगल या उसका नवांश हो तो जीवनसाथी हिंसक प्रवृत्ति का, क्रोध तथा व्यसन करने वाला परंतु भौतिक सुखों को भोगने वाला तथा धनवान होता है।●●

●●यदि सप्तम भाव में वृष अथवा तुला राशि हो और उसमें शुक्र का नवांश हो तो जीवनसाथी विद्वान चतुर , विवेकशील , वकील, इंजीनियर, उच्च स्तर का व्यापारी और बहुत भाग्यशाली होता है।●●

●●यदि सप्तम भाव में बुध या उसका नवांश हो तो जीवनसाथी उच्च शिक्षित , विद्वान, कवि, लेखक, संपादक अथवा एकाउंटेंट होता है।●●

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