अष्ट सिद्धियां वे सिद्धियां हैं जिन्हें प्राप्त कर व्यक्ति किसी भी रूप और शरीर में वास कर सकता है। वह सूक्ष्मता की सीमा भी पार कर सकता है और जितना चाहे विशालकाय भी हो सकता है। 8 सिद्धियां इस प्रकार हैं ।
1. अणिमा
2. महिमा
3. गरिमा
4. लघिमा
5. प्राप्ति
6. पराक्रम्य
7. इसित्व
8. वसित्व
हमारे ग्रंथो में नव निधियों के बारे काफी कुछ कहा गया है। पुरातन काल से यह माना जाता हैं की धन के बिना जीवन के किसी भी आयाम को सार्थक रूप देना सम्भव नही है। इसलिए धन यानि लक्ष्मी को धर्म के बाद दूसरा स्थान दिया गया है। हर व्यक्ति के थोड़ा सा निष्ठापूर्ण परिश्रम करने से, साधना करने से कुछ न कुछ निधियां उसे प्राप्त हो ही जाती हैं। ये नव निधियां इस प्रकार है –
1. पद्म निधि
2. महापद्म निधि
3. नील निधि
4. मुकुंद निधि
5. नन्द निधि
6. मकर निधि
7. कच्छप निधि
8. शंख निधि
9. खर्व निधि
Leave a Comment