अध्यात्म

जपें यह मंत्र जल्दी बन सकते हैं धनवान

Written by Bhakti Pravah

हर व्यक्ति की तरह आप भी चाहते होंगे कि आप खूब धनवान बन जाएं, कभी भी जरूरत के समय आपको धन की कमी का सामना नहीं करना पड़े। आपकी यह चाहत पूरी हो सकती है लेकिन इसके लिए आपको शास्त्रों में बताए गए धन वृद्घि करने वाले सिद्घ मंत्रों और सूक्तों का पाठ करना होगा। इससे आप जो भी काम कर रहे हैं उनमें उन्नति होगी और धन आगमन में आने वाली बाधाएं दूर होगी। तो आइए जानें वह कौन से मंत्र और सूक्त हैं जो आपको कम समय ही बना सकते हैं धनवान

देवी लक्ष्मी धन की देवी है और जिस घर पर लक्ष्मी की कृपा होती है उस घर में सदा धन दौलत की वृद्घि होती रहती है। शास्त्रों में बताया गया है कि जहां नियमित देवी लक्ष्मी के सूक्त ‘श्री सूक्त’ का पाठ किया जाता है वहां देवी लक्ष्मी का वास रहता है। जो श्री सूक्त का सुबह शाम पाठ करता है उसे कभी धन की कमी नहीं सताती है और न धन की कमी से उसका कोई काम अटकता है।

ॐ श्री ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:। यह भगवान के खंचाजी यानी कोषाध्यक्ष कुबेर से 16 अक्षरों वाला सिद्घ मंत्र है। नियमित इसके जप से अचानक धन का लाभ मिलता रहता है।

विष्णु पुराण में देवी लक्ष्मी की एक स्तुति है। यह स्तुति देवराज इन्द्र ने उस समय की थी जब देवी सागर मंथन से उत्पन्न हुई थी। विष्णु पुराण में उल्लेख किया गया है कि इन्द्र की स्तुति से प्रसन्न होकर देवी लक्ष्मी ने वरदान दिया था कि जो व्यक्ति नियमित इस स्तुति का पाठ करेगा उसके घर में मैं सदैव रहूंगी और उसे कभी धन की कमी नहीं सताएगीद्घ तो आप भी इन्द्र द्वारा की गई लक्ष्मी स्तुती का पाठ करें।

चारों वेदों में सबसे प्राचीन और पहला वेद है ऋग्वेद। इस वेद में धन प्राप्ति का एक सिद्घ मंत्र दिया गया है। इस मंत्र को धन वृद्घि करने वाला सबसे प्राचीन मंत्र माना जाता है। आप भी इस मंत्र का नियमित जप कर सकते हैं ‘ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।’

धन संबंधी परेशानियों को दूर करने में कुबेर महाराज का एक छोटा सा मंत्र ‘ॐ वैश्रवणाय स्वाहा:’ भी बड़ा कारगर है। इस मंत्र का नियमित 108 बार जप करें तो धनागमन में आने वाली बाधाएं दूर होंगी और आप आर्थिक परेशानियों से राहत महसूस करेंगे।

‘ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा’ यह भगवान श्री कृष्ण का सिद्घ मंत्र है। सवा लाख बार इस मंत्र का जप करन से यह मंत्र जपकर्ता को फल प्रदान करने लगता है। आप भी जपें यह मंत्र श्री कृष्ण आपकी आर्थिक परेशानी दूर करेंगे।

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