कैसा होगा आपका निवास स्थान ,जन्म पत्रिका के चतुर्थ भाव से जाने ।
यदि चतुर्थ भाव में मेष राशि है तो जातक का घर भव्य तथा आलिशान होता है बशर्ते मंगल नीच राशि का नही होना चाहिए । ऐसे लोग स्वयं अपने भाग्य के द्वारा ही घर का सुख प्राप्त कर सकते है तथा और लोगो को भी आश्रय प्रदान करते है ।
ब्रश राशि चतुर्थ भाव में हो तो जातक का आवास आकर्षक तथा सुख सुविधओं से युक्त होता है । इसमें शुक्र नीच राशि का नही होना चाहिए ।
मिथुन राशि इस भाव में हो तो जातक का घर बहुत ही व्यवस्थित होता है। जातक बहुत ही उपयोगी तरीके से सोच समझ कर घर में पैसा लगता है।बुध मीन राशि का नही होना चाहिए ।
कर्क राशि चतुर्थ भाव में हो तो जातक का घर का इंटीरियर बहुत ही अच्छा व् मनमोहक होता है । यदि चन्द्रमा नीच का हो तो ऐसा व्यक्ति कई बार गृह निर्माण में ठगी का शिकार होता है ।
सिंह राशि चतुर्थ भाव में हो तो ऐसे व्यक्ति का निवास का तेज़ प्रकाशित रहता है तथा वह घर के रंग रोगन पर विशेष ध्यान देता है । सूर्य यदि तुला राशि का हो तो उसके घर में प्रकाश व्यवस्था की कमी हो सकती है ।
कन्या राशि चतुर्थ भाव में हो तो ऐसे लोगो के घर में हरियाली ज्यादा रहती है या इनके घर में बगीचे की देखभाल पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है । पर यदि बुध पीड़ित हो तो पेड़ पौधे सुख जाते हे ।
तुला राशि चतुर्थ भाव में हो तो जातक हर चीज़ का मोलभाव करके घर पर पैसा खर्च करता है वः कभी भी किसी वस्तु को व्यर्थ नही जाने देता । पर यदि शुक्र नीच का हो तो ऐसा व्यक्ति फायदे के चक्कर में नुकसान अधिक झेलता हे ।
व्रश्चिक राशि इस भाव में जातक को स्व परा क्रम से घर दिलवाती है तथा ऐसे घरो में हर चीज़ करीने से रखी होती है । पर यदि मंगल नीच का हो तो इन लोगो के घरों में पानी की व्यवस्था दुरुस्त नही होती है ।
धनु राशि चतुर्थ भाव में हो तो घर बहुत ही सादगी से ओत प्रोत तथा शान्त स्थान पर होता है । गुरु यदि पीड़ित हो तो घर में लड़ाई झगड़े होते रहते है ।
मकर राशि इस भाव में हो तो वयक्ति का घर सर्वसुविधा से युक्त तथा पाई पाई जोड़ कर बनाया होता है । यदि शनि नीच का हो तो घर में बार बार टूट फूट होती रहती है ।
कुंम्भ राशि चतुर्थ भाव में हो तो व्यक्ति अपनी सामर्थ्य से भी ज्यादा खर्च गृह निर्माण में करता है । यदि शनि नीच का हो तो वयक्ति का लोन बार बार चढ़ता उतरता रहता है ।
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