कट जाने पर निवारक प्रयोग
(१) उपाय :- कटे स्थान पर मिटटी के तेल अथवा तारपीन के तेल में को रुई में डालकर रख
दे | रक्त का बहना बंद हो जाता हें |
(२) उपाय :- कटे हुए स्थान पर देसी गुलाब के फूलों का सूखा चूरन छिड़क दे | रक्त स्त्राव तुरंत बंद होकर घाव भी शीघ्रता से भरने लगेगा |
फोड़ा निवारक प्रयोग
उपाय :- जो फोड़ा फूटने में ही न आता हो उस पर प्याज को कूटकर और गरम करके बांधना उचित हें |
उल्टी निवारक प्रयोग
उपाय :- बस या कार आदि में यात्रा कर रहे हो तब अक्सर उल्टी होती हो तो
(१) ..कुछ साबुत छोटी इलाईची रख ले | जब महसूस हो तब एक इलाईची मुख में डालकर उसे चबाना शुरु कर दे | उल्टी की महसूसता समाप्त हो जाती हें |
(२)..कुछ नींबू और पीसा काला नमक रख ले | जब महसूसता हो तब एक नींबू को काटकर उसमे काला नमक लगाकर चूसे |उल्टी की महसूसता समाप्त हो जाती हें |
(३).बस या कार आदि जिसमे सफर कर रहे हो अपनी सीट के नीचे अखबार रखकर बेठने से , उल्टी नहीं आती |
हाथ – पांवों में ऐठन पर उपचार
[अ] उपाय :–सरसों के तेल में जायफल तथा तांबा घिसकर मालिश करने से बाएटा आना बंद हो जाता हें |
[ब] उपाय .. नीम के तेल अथवा अखरोट के तेल की मालिश करने से हाथ – पाँव की ऐठन में लाभ होता हें |
दाद में लाभकारी प्रयोग
उपाय :- नीम के पत्तों को दही के साथ पीसकर लगाने से दाद जड़ से साफ़ हो जाता हें |
उपाय :- कच्चे आलू के रस को पीने से दाद ठीक हो जाता हें |
उपाय :- दाद होने पर गरम पानी में अजवायन पीसकर लेप करे | एक सप्ताह में ठीक हो जाएगा |
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