ज्योतिष

कैसा रहेगा नववर्ष 2016 जानिए अपनी राशीनुसार

Written by Bhakti Pravah

1. मेष :-  यदि आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहें है, तो पूर्ण सफलता अर्जित करेंगे। परिवार की संख्या में वृद्धि के योग बन रहे है, अपनी योग्यता से अकस्मात आर्थिक लाभ। दैवीय कृपा से विशेष लाभ। तीर्थ यात्रा संभव। पत्नि से अनबन के योग। शारिरिक एवं मानसिक कष्ट संभव। दुर्घटना- विशेषकर पैर एवं कमर। शत्रुओं से धोका, अनावश्यक खर्च। वाद विवाद से बने बनायें कार्य अपूर्ण व अधूरे रहेंगे।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करें।
▶मूँगा धारण करें।
▶वाणी पर संयम रखकर कार्य करें।

शुभ रंग :-
लाल, पीला

शुभ रत्न:-
मूँगा

2. वृषभ :- माता के आशीर्वाद से रूके हुए कार्य सहजता से पूर्ण होंगे। पुत्र को शारिरिक कष्ट संभव। दुर्घटनाओं से बचें। पति-पत्नि में मीठी नोकझोक बनी रहेगी। मानसिक चिंता बनी रहेगी। वाणी पर संयम रखकर कार्य करें। आर्थिक तंगाई, चोट-एक्सीडेण्ट एवं रक्तपात जैसी स्थिति आपके शत्रु निर्मित कर सकते है।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶प्रतिदिन माता का आशीर्वाद लें।
▶ प्रतिदिन रूद्राष्टकम् का पाठ करें।
▶तिल मिश्रित जल से शिव जी का अभिषेक करें।

शुभ रंग :-
सफेद, हरा

शुभ रत्न:-
हीरा/जरकन

3. मिथुन :- आप आर्थिक मामले में कुछ विशेष भाग्यशाली नहीं रहेंगे, आय से ज्यादा खर्च आपको परेशानी में ला सकता है। माता को गंभीर बीमारी की शिकायत हो सकती है। पुत्र के साथ चोट-एक्सीडेण्ट का योग। बौद्धिक तर्क से शत्रुओं का विनाश।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶काले तिल प्रत्येक शनिवार नदी में प्रवाहित करें।
▶गाय को हरा चारा दें।
▶प्रतिदिन गणेशसंकटनाशक स्तोत्र का पाठ करें।

शुभ रंग :-
हरा
शुभ रत्न:-
पन्ना

4. कर्क :- आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मानसिक चिंता बनी रहेगी। नऐं रोजगार की योजना तैयार होगी। संतानोन्नति के योग, विद्यार्थी को पूर्ण सफलता प्राप्त होगी। वृद्धजन को शारिरिक कष्ट संभव। शत्रुओं से बचकर रहें।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶शंकर एवं शनिजी की आराधना करें।
▶सरसोंतेल, तेल, जूता और छाते का दान करें
▶शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करे, शिवपंचाक्षरी स्तोत्र का पाठ करें।

शुभ रंग :-
क्रीम

शुभ रत्न:-
मोती

5. सिंह :- आय से अधिक खर्च, पारिवारिक परेशानी। संतानसुख प्राप्त होगा। वाद-विवाद से बचे, शत्रुता न करें। शरीर के निचले स्थान- कमर, पैर को कष्ट।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶ सूर्य को अर्घ्य दें।
▶आदित्यह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
▶प्रत्येक रविवार गेंहूँ दान करें।

शुभ रंग :-
सफेद

शुभ रत्न :-
माणक

6. कन्या :- शारिरिक-मानसिक कष्ट, बुरी आदत की लत्। अनावश्यक खर्च बढेगा, भूमि/भवन के मामले से चिंता। दाम्पत्यजीवन में कष्ट।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶गणेशजी की आराधना, विशेष फलदायी।
▶प्रत्येक बुधवार हरा पालक गाय को दे।
▶प्रतिदिन गणेशसंकटनाशक स्तोत्र का पाठ करें।

शुभ रंग :-
हरा, सफेद

शुभ रत्न:-
पन्ना

7. तुला :- हड्डियों से संबंधित रोग आपको परेशान कर सकता है, तथा अनाप-सनाप खर्च। परिवार से दूर होने की स्थिति बन सकती है। दाम्पत्यजीवन में अनबन।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶महालक्ष्मी की आराधना करें।
▶श्री सूक्तम् का पाठ करें, आर्थित स्थिति मजबूत होगी।
▶स्फटिक श्रीयंत्र घर में स्थापित कर पूजा करें।

शुभ रंग :-
सफेद

शुभ रत्न:-
हीरा/जरकन

8. वृश्चिक :- सतर्कता और मेहनत से कार्य करें, शत्रु आपको पराजित करने के लिए जी-तोड मेहनत कर रहे है। आपको नौकरी एवं व्यवसाय में संतोषप्रद लाभ होगा। पिता, पुत्र की विशेष चिंता। विदेश यात्रा भी संभव। कानूनी एवं शासकीय कार्यों में दखल न दें, तो ही अच्छा है।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶नियमित सुंदरकाण्ड का पाठ करें।
▶गरीबों की सहायता करें।
▶माता, पिता का आशीर्वाद गृहण करें।

शुभ रंग :-
लाल

शुभ रत्न :-
मूँगा

9. धनु :- मेहनत करने पर भी पूर्ण सफलता न मिलना। आय से अधिक खर्च। सोंचविचार कर कर्ज ले, नहीं तो वो कर्ज आपको कष्ट में ला सकता है। पिता को गंभीर बीमारी एवं शारिरिक कष्ट संभव।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶विष्णु जी की आराधना करें।
▶विष्णुसहस्त्रनाम् का पाठ नित्य करें।
▶ब्राह्मण भोजन करायें।

शुभ रंग :-
पीला,केसरिया

शुभ रत्न :-
पुखराज

10. मकर :- आध्यात्मिक शक्ति बढेगी, ईश्वर पर प्रबल आस्था बढेगी। धार्मिक स्थलों की यात्रा संभव। दाम्पत्यजीवन में शंका की लत् लग सकती है। ईश्वरीय कृपा प्राप्त होगी।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶भैरव जी कि आराधना विशेष फलदायी।
▶शिव जी का पंचामृत से अभिषेक करें।
▶रूद्राष्टकम् का पाठ करें।

शुभ रंग :-
काला, नीला

शुभ रत्न :-
नीलम्

11. कुंभ :- संतानसुख, कानूनी मामले में विजय, शारिरिक रोग हो सकते है। दाम्पत्यजीवन सुखमय। मातृशक्ति का सम्मान करें, आर्थिक लाभ होगा। लाभ भी होगा तो खर्च भी संभव।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶काले तिल डालकर पीपल के नीचे दीपक लगायें।
▶शिवाराधना करें।
▶हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें।

शुभ रंग :-
काला, नीला

शुभ रत्न :-
नीलम्

12. मीन :- अपने विश्वासपात्र/परिवारजन पर भी विश्वास न करें, नहीं तो कष्ट के भागी आप खुद होंगे। स्त्री को शारिरिक कष्ट संभव। भाग्योदय में रूकावट, संपत्तिविवाद से चिंता।

■अनिष्ट से बचने के उपाय :-
▶विष्णुजी की आराधना करें।
▶हर पूर्णिमा पर श्री सत्यनारायण की कथा का आयोजन करें।
▶पीत(पीले फूल) श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में अर्पित करें।

शुभ रंग :-
केसरिया, पीला
शुभ रत्न :-
पुखराज

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