अध्यात्म

स्लीप पैरालिसिस

Written by Bhakti Pravah

ज्योतिष शास्त्र अपने आप में बेहद अनोखी और सच पूछिए तो अद्भुत विद्या है। बिना किसी व्यक्ति को देखे, उसे जाने, उसके विषय में एक-एक बात का पता लगाना और वो भी सिर्फ उसके जन्म कुंडली के आधार पर!! सच पूछिए तो अविश्वसनीय है, लेकिन विश्वास तब स्वत: ही हो जाता है जब एक-एक बात सच निकलती है।

क्या कभी ऐसा हुआ है कि कोई भयानक स्वप्न देखते हुए अचानक आपकी आधी को आपकी नींदखुल जाए, वह सपना भले ही टूट चुका हो लेकिन आप फिर आप खुद को हिलने और बोलने में खुदको असमर्थ पाते हैं?

आप खुद को संभालने की बहुत कोशिश करते हैं, लेकिन काफी देर तक झटपटाते रहने के बाद भीआप बेड से उठ नहें आते, जिसकी वजह से आपके भीतर एक अजीब सा डर घर जाता है कि क्याअब आप आजीवन ऐसे ही रहेंगे? अचानक एक ही रात में ऐसा क्या हो गया जो आपका शरीरआपके मस्तिष्क की बात नहीं सुन रहा?

जिन लोगों ने ऐसे हालातों का अनुभव नहीं किया है उन लोगों के लिए यह सब एक कहानी होसकती है लेकिन जो लोग स्लीप पैरालिसिस के दौर से गुजरे हैं उनके लिए यह सब बेहद खौफनाकहै। क्योंकि यह समय कुछ ऐसा होता है जब आप पूरी तरह अपने शरीर पर नियंत्रण को खो देते हैं।यह अनुभव इतना डरावना होता है कि नींद का नाम ही लोगों को डरा देता है।

स्लीप पैरालिसिस, यह एक ऐसी अवस्था है जब आप नींद में कोई बेहद खौफनाक सपना देख रहेहोते हैं, जिसकी वजह से आपका दिमाग भी काम करना बंद कर देता है। यहां तक कि नींद खुलने केबाद भी आपका मस्तिष्क ‘अटैक’ के दायरे में ही रहता है और उस खौफ को महसूस किए रहता है।

व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर ऐसा कहा जाता है कि ये अनुभव तब जल्दी समाप्त हो जाता हैजब आप पूरी श्रद्धा के साथ अपने इष्ट देव को याद करते हैं। प्रार्थना तो वैसे भी बड़ी से बड़ी मुश्किलको हल कर देती है।

आपको हर परिस्थिति में अपने मस्तिष्क को शांत रखने की जरूरत है। हो सके तो इस समय आपध्यान की अवस्था ग्रहण कर लें। अपने दिमाग में किसी भी तरह की नकारात्मक सोच को ना आनेदें।

आपके साथ जब कभी भी इस तरह का कुछ हो तोह आप अपने इष्ट देव को याद करें और उनसे प्रार्थना करें की यदि कोई गलती हो गई हो तोह शमा करें, और यदि फिर भी आपको इस प्रकार की समस्या बानी रहती है तो किसी अच्छे विद्वान व्यक्ति से परामर्श ले

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