शुभ तथा सम शनि ग्रह के प्रभाव में वृद्धि करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें।
१. शनिवार को नीलम रत्न धारण करें। नीलम रत्न चांदी अथवा लोहे की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। अंगूठी इस प्रकार बनवाएं कि नीलम नीचे से आपकी त्वचा को छूता रहे। नीलम धारण करने से पहले नीलम की अंगूठी अथवा लॉकेट को गंगा जल अथवा कच्चे दूध से धोकर सामने रखकर धूप-दीप आदि दिखाएं और १०८ बार इस मंत्र का जाप करें: क्क शं शनैश्चराय नमः। १०८ बार शिवजी के मंत्र क्क नमः शिवाय का जाप कर लेना भी बहुत लाभदायक माना गया है।
२. शनिवार को नीले वस्त्र धारण करें।
३. घर में नीली चद्दरों तथा पर्दों आदि का प्रयोग करें।
४. शनि ग्रह से संबंधित वस्तुओं का व्यापार करें। शनि ग्रह से संबंधित वस्तुएं हैं :- लोहा, काली उड़द, काला तिल, कुलथी, तेल, भैंस काला कुत्ता, काला घोड़ा, काला कपड़ा, तथा लोहे से बने बर्तन व मशीनरी आदि।
५. साबुत माल की दाल घर में बनाएं।
६. शनिवार को काले घोड़े की नाल की अंगूठी अथवा कड़ा धारण करें।
७. अपने इष्टदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
८. २७ शनिवार सरसों के तेल की मालिश करें।
९. चारपाई अथवा बेड के चारों पायों में लोहे का एक-एक कील लगााएं।
१०. मकान के चारों कोनों में लोहे का एक-एक कील लगाएं।
११. दस मुखी, ग्यारह मुखी, अथवा तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
१२. शिंगणापुर शनिदेव का एक बार दर्शन अवश्य करें।
१३. गीदड़ सिंही अपने घर में रखें।
१४. घर में काला कुत्ता पालें।
१५. शनि ग्रह के प्रभाव में वृद्धि करने के लिए हत्था जोड़ी की जड़ धारण की जाती है। इसे आप शनि की होरा में शनिवार के दिन उखाड़ कर लाएं और सुखाने के उपरान्त शनिवार के दिन स्वच्छ वस्त्र में बांध कर ताबीज के रूप में धारण करें।
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