अध्यात्म

लोगों से बनाए अच्छे संबंध

Written by Bhakti Pravah

कल्पना करें आपके मन में कोई चीज करने की कोई इच्छा ही नहीं होगी। कोई पेंटिंग बनाने में क्या तुक है, अगर उसे कोई भी न देख सके? किसी भी तरह के संगीत का सृजन करने में क्या तुक है, अगर कोई भी उसे न सुन सके? किसी भी चीज का आविष्कार करने में क्या तुक है, अगर कोई भी उसका इस्तेमाल न कर सके? एक जगह से आप दूसरी जगह तक जाने का कोई कारण नहीं होगा, क्योंकि आप जिस भी नई जगह जाएंगे, वह पुरानी जगह जैसी ही होगी—यानी वहां कोई नहीं होगा। आपके जीवन में कोई खुशी या आनंद नहीं होगा।

दूसरे लोगों के साथ संपर्क और अनुभवों से आपको खुशी, अर्थ व उद्देश्य मिलता है। इसी वजह से आपके संबंध आपके जीवन पर किसी भी अन्य चीज से ज्यादा असर डालते हैं। अपने सपनों के जीवन को साकार करने के लिए यह समझना अनिवार्य है कि आपके संबंध इस वक्त आपके जीवन पर कैसा असर डाल रहे हैं और वे कैसे कृतज्ञता के सबसे शक्तिशाली साधन बन सकते हैं तथा आपके जीवन को जादुई ढंग से बदल सकते हैं।

जो लोग कृतज्ञता का अभ्यास करते हैं, वे दूसरों के अधिक निकट होते हैैं, परिवार तथा मित्रों से अधिक जुड़े होते हैं और दूसरे लोगों के मन में उनकी बेहतर छवि होती है। लेकिन किसी दूसरे व्यक्ति के बारे में प्रत्येक शिकायत, चाहे वह वैचारिक हो या शाब्दिक, के साथ-साथ उसके बारे में दस नियामतें भी महसूस होनी चाहिए, तभी संबंध समृद्ध हो सकता हैं। हर शिकायत के बदले अगर नियामतों की संख्या दस से कम है, तो संबंध का ह्वास होने लगेगा यदि यह वैवाहिक संबंध है, तो तलाक की नौबत भी आ सकती है।

कृतज्ञता से संबंध समृद्ध होते हैं। जब आप किसी संबंध के लिए अपनी कृतज्ञता बढ़ाते हैं, तो जादुई ढ़ंग से आप उसमें खुशी और अच्छी चीजों की प्रचुरता पाएंगे। ध्यान रहे, संबंधों के प्रति कृतज्ञता केवल आपके संबंधों को ही नहीं बदलती है; यह आपको भी बदल देती है। आपका स्वभाव इस वक्त चाहे जैसा हो, कृतज्ञता आपको अधिक धैर्य, समझ, करुणा और दयालुता प्रदान करेगी। और एक वक्त ऐसा आएगा, जब आप खुद को पहचान भी नहीं पाएंगे।

छोटी-छोटी बातों पर जो चिढ़ आपने कभी महसूस की थी, वह गायब हो जाएगी। संबंधों को लेकर आपके मन में जो शिकायतें थीं, वे आझल हो जाएंगी। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि जब आप किसी दूसरे व्यक्ति के लिए सचमुच कृतज्ञ होते हैं, तो आपके मन में उसकी किसी चीज में बदलाव करने की इच्छा नहीं होती। आप उसकी आलोचना नहीं करेंगे, उसके बारे में शिकायत नहीं करेंगे और उसे दोष नहीं देंगे, क्योंकि आप तो उसके अच्छे गुणों के बारे में कृतज्ञता महसूस करने में व्यस्त होंगे। दरअसल, आप उन चीजों को देख ही नहीं पाएंगे, जिनके बारे में आप अक्सर शिकायत किया करते थे।

शब्द बहुत शक्तिशाली होते हैं, इसलिए जो भी आप किसी व्यक्ति के बारे में शिकायत करते हैं, तो आप दरअसल अपने ही जीवन को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं। यह आपका ही जीवन है, जिसमें परेशानी आएगी। आकर्षण के नियम के अनुसार आप किसी दूसरे व्यक्ति के बारे में जो साचते या कहते हैं, उसे अपने स्वयं के जीवन में ले आते हैं। यही वजह है कि संसार के महानतम लोगों और शिक्षकों ने हमें कृतज्ञ होने की सलाह दी है। वे जानते थे कि आपको अधिकतम तभी मिल सकता हो, आपके जीवन में जादुई प्रगति तभी हो सकती है, जब आप दूसरों के लिए इतने ही कृतज्ञ हों, जितने कि वे स्वयं हैं। यदि आपका हर करीबी व्यक्ति आपसे कहे, “मैं आपसे प्रेम करता हूं — आपके वर्तमान स्वरुप से, जैसे भी आप हैं उससे,” तब आप कैसा महसूस करेंगे?

आज का जादुई अभ्यास लोगों के वर्तमान स्वरुप के लिए कृतज्ञ होना है! फिलहाल भले ही आपके सभी संबंध अच्छे हों, लेकिन इस अभ्यास के बाद वे कहीं अधिक मधुर हो जाएंगे। और जब आप कृतज्ञ होने के लिए हर व्यक्ति में अच्छी चीजें खोजते हैं, तो उसके बाद आप कृतज्ञता को अचूक जादू करते देखेंगे। तब आपके संबंध इतने अधिक मजबूत, इतने अधिक संतुष्टिदायक और इतने अधिक समृद्ध हो जाएंगे, िजतना आपने कभी सोचा भी नहीं था।

कृतज्ञ होने के लिए अपने तीन सबसे करीबी संबंधों को चुनें। आप अपनी पत्नी, बेटे और पिता को चुन सकते हैं या फिर अपने बांयफ्रेंड, कारोबारी साझेदार और बहन को चुन सकते हैं। आप अपने सबसे अच्छे मित्र, दादी और चाचा को चुन सकते हैं। आप कोई भी तीन संबंध चुन सकते हैं, जिन्हें आप महत्वपूर्ण मानते हैं। बस जरुरी यह है कि आपके पास हर संबंधित व्यक्ति की तस्वीर हो। वह भी उस व्यक्ति के साथ मौजूद हो सकते हैं।

एक बार जब आप अपने तीन संबंध और तस्वीर चुन सकते हैं, तो आप जादू को गति देने के लिए तैयार हो जाते हैं। सुकून से बैठकर उन चीजों के बारे में सोचें, जिनके लिए आप हर व्यक्ति के प्रति सबसे अधिक कृतज्ञ हैं। उस व्यक्ति में ऐसी कौन सी खूबियां हैं, जिनसे आप सर्वाधिक प्रेम करते हैं? उसके सर्वक्षेष्ठ गुण कौन से हैं? आप उसके धैर्य, सुनने की योग्यता, काबिलियत, शक्ति, विवेक, बुद्धिमानी, हंसी, हास्यबोध, आंखों, मुस्कान या दयालु हृदय के लिए कृतज्ञ हो सकते हैं। आप उन चीजों के लिए कृतज्ञ हो सकते हैं, जिन्हें उस व्यक्ति के साथ करने में आपको सबसे अधिक आनंद आता है। या आप वह समय याद कर सकते हैं, जब उस व्यक्ति ने आपका साथ दिया, आपकी परवाह की या आपको सहारा दिया।

उस व्यक्ति के बारे में किन चीजों के लिए आप कृतज्ञ हैं, इस बारे में कुछ देर सोचें। इसके बाद उसकी तस्वीर अपने सामने रखें और पेन-नोटबुक लेकर या कंप्यूटर के सामने बैठकर इसकी पांच खूबियंा चूनें, जिनके लिए आप सर्वाधिक कृतज्ञ हैं। जब आप पांच खूबियों की सूची बनाएं, तो उस व्यक्ति की तस्वीर की ओर देखें। हर वाक्य को जादुई शब्दों धन्यवाद से शुरु करते हुए उसका नाम लिखें। साथ ही यह भी लिखे कि आप किस चीज के लिए कृतज्ञ हैं।

मिसाल के तौर पर, “धन्यवाद, जांन, क्योंकि आप मुझे हमेशा हंसाते हो।” या, “धन्यवाद, मांम, क्योंकि आपने कांलेज की पढ़ाई पूरी करने में मेरी मदद की।”

जब आप तीनों लोगों की सूचियां बना लें, तो इस जादुई अभ्यास को जारी रखते हुए उसकी तस्वीरें किसी ऐसी जगह रख दें, जहां आप उन्हें अक्सर देख सके। आज जब भी आप उनकी तस्वीरें देखें, उस व्यक्ति को धन्यवाद देते हुए जादुई शब्द धन्यवाद कहें और फिर उस व्यक्ति का नाम लें :

यदि आप ज्यादा समय घर से बाहर रहते हैं, तो उन तस्वीरों को अपने बैग या जेब में साथ ले जाएं और दिन में तीन बार इसी तरीकें का इस्तेमाल करते हुए उन्हें देखने की कोशिश करें।

अब आप जान चुकें हैं कि अपने संबंधों को जादुई बनाने के लिए आपको कृतज्ञता की जादुई शक्ति का इस्तेमाल किस तरह करना है। आप इसका इस्तेमाल एक ही संबंध पर जितनी बार चाहें, कर सकते हैं। आप अपने संबंधों में अच्छी चीजों के लिए जितने अधिक कृतज्ञ होंगे, आपके जीवन का हर संबंध उतनी ही चमत्कारिक और तीव्र गति से बदल जाएगा।