ज्योतिष

दामपत्य सुख की यानी मैरिज और मैरिड लाइफ

Written by Bhakti Pravah

आज बात करते है दामपत्य सुख की यानी मैरिज और मैरिड लाइफ की 92% केस हमारे पास इसी से समबंधित आते है जिनमे तलाक हो चुके और केस चल रहे है ऐ अधिक है पहले शादी नही होती या देर से होती है और होने के बाद फिर कलेश सभी लोग खुलकर जीना चाहते है कोई बदिंश नही चाहते पर रिश्तो मे एक सीमा एक दायरा होता है जिसे समझना जरूरी भी है पर ऐ सब समझे जरूरी है खैर जानते है कुछ खास बातो को —जन्म कुडंली मे 2-4-5-7-12 वा घर एक लडकी के ससुराल से अधिक जुडे होते है क्यूकी वो एक घर छोडकर दूसरे घर जाती है 2 भाव उसे मिलने वाला नया परिवार और अपना परिवार दर्शाता है यदि यह पिडित है इसका स्वामी खराब हालाद मे हो शनि नीच बैठा हो यहा या मगंल राहू गुरू केतू साथ बैठ जाए तो ऐसे मे लडका हो लडकी दोनो को अपने सबंधियो से दूरी रहती है या तो आप उनको नही सह सकते या वो ऐसे हालाद यही सबंधी हर उस काम मे टांग अडाते है जो मुख्य होता है जब भी शादी की बात चलेगी तो पीठ पीछे ऐसे हालाद पैदा करते है की रिश्ता नही बनता बहुत लोगो के तो टूट जाते है शादी तक पहुचने परभी । वही चौथा घर ससुराल के अदंर का सुख बताता है सास ननद घर कैसा होगा ऐ बताता है इस घर मे शुभ ग्रह अच्छा ससुराल का संकेतक है इस घर का अच्छा होना जरूरी भी है मित्र ग्रह यहा बैठ जाए तो पति साथ दे न दे सास ससुर साथ देते है । इस घर मे मगंल या शनि का होना सबसे खराब है वो भी लडकी की कुडंली मे मगंल का होना यानी लडकी का ससुराल का सुख खराब वो अपना घर अपनी मा या दूसरो के कहने पर चल बरबाद करती है अधिकतर पुरूषो के धोखा होना तलाक मे सपंती का बटंवारा 4-7 भाव की खराबी है । भाव 5 का पिडित होना मतलब सतांन सुख और मानसिक सुख का का खराब होना इस घर मे मगंल व शनी राहू सतांन सुख देरी से देते है पर तब सतांन के कृत्यो से हमेशा दुखी रहते है शनी मगंल या राहू शनि की युति यहा सतांन को दुस्कृत्य करने वाला बनाती है । भाव 7 असल दामपत्य का घर है इसका पिडित होना या इसके स्वामी का पिडित होना पत्नी या पति सुख मे बाधक है इस घर मे यदि केतू हो तो पहले या तो शादी 24 साल से पहले हो जाती या 34 साल के बाद लेकिन जीवन साथी का स्वभाव अलग होगा किसी की न सुनना अपनी चलाना हर चीज वह अपने हिसाब से चाहता है उसे अपने खिलाफ सुनना पसंद नही होता ऐसे हालाद मगंल भी इस घर मे देता है जो तलाक या अलगाव की स्थती बनाता है । शनी देव का यहा होना एक ही सुख बताता है या तो जीवन साथी का अच्छा सुख देगा पर पैसे और घर का सुख नही देता या पैसे का सुख देगा पर जीवन साथी दूर रहेगा और उसको अकेला रहना पसंद होगा । वही भाव 12 सय्या सुख का होता है यानो बिस्तर का सुख इस घर का सबंध 5-7 से सीधा होता है इस घर का पिडित होना सीधा नीदं मानसिक तनाव शारीरिक शक्ती को सीधा चोट देता है सतांन सुख भी इसी से सबंध बनाता है इस घर का पिडित होना सेक्सुअल शक्ती का कमजोर होना इसकी इच्छा न होना या मगंल शुक्र यहा हो तो अधिक इच्छा देता है और ऐसे लोग इस चीज को शांत करने के लिए कोई भी सीम लांग जाते है पर इनमे सतांन पैदा करने क्षमता कम होगी शुक्राणू क्षमता कम होती है इनकी या तो बेटीया अधिक होती या एक ही सतांन होगी ।

****आज की ऐस्ट्रो टिप—–जिन लोगो को राहू और शनि देव खराब फल दे रहे हो उनको रोज पवित्र जल यमुना नदी के जल से स्नान करना चाहिऐ यदि बुरे सपने आते हो नीदं टूट जाती हो तो चांदी की डिब्बी मे गगांजल भर के और 4 मयूर पखं सिरहाने रख दे आराम मिलने लग जाऐगा ।

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