ज्योतिष

ग्रहों के कारक और उनके प्रभाव

Written by Bhakti Pravah

१. सूर्य का अच्छा प्रभाव – समाज मे मान-सम्मान, नौकरी व काम-काज की जगह स्थिरता पिता को कोई तकलीफ नहीं होती धैर्यवान, काम-काज मे अच्छा, सरकार मे अच्छा दखल होता है। सरकार की ओर से कोई नोटिस या सम्मन आदि नहीं आते। सरकारी अफ़्फ्सरो का सहयोग मिलता है।
अगर आपके साथ एसा है तो सूर्य अच्छा फल नहीं दे पा रहे हैं तो उपाय करे पिता की सेवा करे उन्हे सम्मान दें। उनके पांव-हाथ लगाकर आशीर्वाद ले, सूर्य को जल दे, विष्णु पूजा करे सरकार के खिलाफ कोई कार्य न करें, मीठा खा कर काम पर जाए गेंहु, बाजरा या जल प्रवाह करें।

२. चन्द्रमा का अच्छा प्रभाव – मां का जीवन सुखों से परिपूर्ण व ऐश्वर्यशाली रहेगा उनके जीवन मे कोई बड़ी परेशानी नहीं आएगी। मां, दादी, नानी व मोशियो को भी भरपूर सुख, अच्छे चन्द्रमा वाला व्यक्ति इन सबका लाडला होता है व इनके द्वारा ऐसे व्यक्ति को धन-सम्पत्ति प्राप्त होती है। घर व मन मे पूरी शांति और बर्कत रहती है रूपया पैसा और प्रोपटी भी खुब रहती है । सभी एक-दूसरे को प्यार और सम्मान से देखते हैं। अगर आपके साथ ऐसा नहीं हो रहा है तो निम्नलिखित उपाय कार्स मां, दादी का कहना माने, सेवा करे, पांव-हांथ लगाए, बुजुर्ग और विधवा औरतो की मदद करे उनके भी पांव हाथ लगाये घर आए को हो सके तो पानी की जगह दूध पिलाए नर्म व्यवहार रखे, सात्विक जीवन जिए चांदी का चौकोर टुकड़ा गले मे डाले ज्यादा से ज्यादा चांदी धारण करे गंगा जल भरपूर मात्रा मे घर मे रखे, मन्दिर मे दूध और चावल देते रहे चावल को घर में स्टोक करें

३. मंगल- मंगल का शुभ प्रभाव भाएयो और दोस्तो का भरपूर प्यार व आदर मिलता है। भाई व मित्र मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। व ऐसे व्यक्ति की हर मुसीबत मे साथ देते हैं। ऐसे व्यक्ति की कार्य क्षमता बहुत अच्छी होती है। हर काम को आसानी से धैर्य के साथ पूरा करता है। घर मे मंगल कार्य (पार्टी फंक्षन, पूजा-पाठ आदि) होते रहते हैं। शादी व्याह सही उम्र मे होते हैं। कम उम्र मे तरक्की होनी शुरू हो जाती है २८ साल से करोबार या नौकरी मे उचाई आनी शुरू हो जाती है और ३३ साल की उम्र तक अच्छी उचाई मिल जाती है। अगर आपके साथ एसा नहीं हो रहा है तो मंगल को ठीक करने के लिए सरल व आसान उपाय करे भाई और मित्रो से प्रेम करे, उन्हे सम्मान दे, उनके साथ मीठा भोजन ग्रहण करे उन्हे पार्टी दे, उनकी ग़लतीओ को क्षमा करते रहे, हनुमान उपासना करे, मंगलवार को मीठा प्रसाद बांटे, शहद, सौंफ, छुहारे घर पर न रखे ४३ दिन गुड़ की मीठी तन्दूर की ८ रोटी रोज कुत्ते और कोआ को डाले बड के पेड़ पर कच्ची लस्सी (दूध, पानी, चीनी) चढ़ाकर गीली मिट्टी का टीका लगाए दक्षिण मुखी मकान मे न रहे

४. बुध – बुध नहीं तो कुछ नहीं, कारण हमारे शरीर के नसो और बुद्धि, विवेक का मालिक बुध है इनके अच्छे फल इस प्रकार हैं। बुआ बहन बेटी का जीवन सुखमय रहता है व आपस मे भरपूर प्रेम बना रहता है। व्यापार की अच्छी बुद्धि होती है। कम मेहनत मे ज्यादा कमाई करवाते हैं ऐसे व्यक्ति को नसो मे किसी प्रकार का रोग नहीं होता, तर्क शक्ति अच्छी रहती है पढ़ाई लिखाई भी अच्छी रहती है। अगर आपके साथ ऐसा नहीं हो रहा है तो बहुत ही सरल से कुछ उपाय करके बुध का अच्छा प्रभाव लिया जा सकता है।
बुध के सामान तुलसी, रबड़ का पेड़, मनी प्लाट, केले का पेड़ इसके अलावा चौड़े पत्ते के पेड़ घर से दूर करे हरे कपड़े व अन्य सामान से दूरी रखे शंख, कौड़ी, सीप, गाने-बजाने के सामान (ढ़ोलक, सितार, गिटार) आदि घर पर न रखे भगवान की मुर्तियां न रखें तस्वीरों की पुजा करें ।
कोई भी पक्षी न पाले खास तौर से कबूतर, तोता। बकरी भी न पाले
बकरी का मांस, अण्डा से भी परहेज करे, मंूग की दाल से भी बचाव करे, साबुत मुंग घर पर न लाए, बल्कि फिटकरी के पानी मे साबुत मुंग भिगोकर रात को सिरहाने रख कर सोये और सुबह पक्षियो को डाले, दुर्गा पूजा करे, बहन-बेटी को सम्मान करे, वे जब भी घर आए उन्हे कुछ न कुछ देकर विदा करें।
छोटी-छोटी कननयाओ का पूजन करे, बकरी का दान करे

५. वृहस्पति – देवताओ के गुरू वृहस्पति उच्च हों तो सुख-वैभव, ऐश्वर्य, सम्पन्नता देते हैं। बcचो को दादा का भरपूर साथ व प्यार मिलता है। रूपये-पैसे की कोई कमी नहीं रहती। परिवार के लोग समझदार व बडो का सम्मान करने वाले होते हैं। एसे परिवार में रीति-रिवाज पूरी लगन से निभाऐ जाते हैं। घर का माहौल ऐश्वर्यपूर्ण के साथ आध्यात्मिक, पूजा-पाठ वाला भी होता है बच्चो की पढाई लिखाई बिगर रूकावट के पुरी हो जाती है।
लेकिन अगर आपके साथ एसा नहीं हो रहा है तो कुछ साधारण से उपाय करे चने की दाल मंदिर मे रखें, कुल पुरोहित को न बदले ! बदल चुके हैं तो क्षमा प्रार्थना करले साधू संन्यासीओ का सम्मान करे, दान-पुन्य करते रहे, केसर का टीका लगवाए, पीपल की सेवा करे, जल चड़ाए, बुजुर्गों के पांव-हांथ लगाकर आशीर्वाद

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