योगा टिप्स

कोणासन के फायदे और कोणासन की विधि

Written by Bhakti Pravah

कमर दर्द की समस्या आजकल सामान्य बन गई है । चाहे पूरे दिन आफिस में बैठकर काम करते हुए कमर दर्द की परेशानी हो या फिर घर का काम करते समय। इस समस्या से दूर रहने के लिए लोग तरह-तरह की दवाईयों का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं योग में एक एैसा आसन भी है जो आपको इस समस्या से पूरी तरह से निजात दिला सकता है वो भी बिना दवाओं के सेवन का । जी हां ये आसन है कोणासन। इस आसन को प्रतिदिन यदि 10 मिनट तक किया जाए तो कमर दर्द से बचाव व कमर दर्द में आराम भी मिलेगा। वैदिक वाटिका आपको बताएगा कैसे इस आसन को करना चाहिए और इसके क्या-क्या फायदे हैं आपके लिए।

कोणासन करने का तरीका
1. किसी आसन व चटाई पर खड़े हो जाएं।
2. अब दोनों पैरों के बीच 3 फिट की दूरी रखें।
3. दाहिने हाथ को उपर की ओर उठाएं।
4. हथेली को उपर की ओर पलटें।
5. सांस लेते हुए हाथ को कान के पास ले जाकर सटा लें।
6. सांस छोड़ते हुए विपरीत दिशा में झुकें।
7. इस अवस्था में 3 से 5 बारी सांस को भरे और छोडें।
8. फिर पहले वाली पोजिशन में आएं।
9. एैसा ही दूसरी तरफ से करें।
10.  इस क्रिया को दोनों तरफ से बारी-बारी से करें।

क्या हैं कोणासन के फायदे
1. ये आसन स्पाइन को यानि रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है।
2. कमर, बाजू और शरीर के निचले हिस्सों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
3. फेफडों की समस्या दूर होती है।
4. दिल संबंधी रोगों में बेहतर योग है।
5. इस योग को करने से साइटिक पेन नहीं होता है।

कोणासन की सावधानियां
यह आसन वे लोग न करें जिन्हें कमर में बहुत तेज दर्द हो या स्पोंडलाइटिस से ग्रसित लोग भी इस आसन को न करें।

कमर दर्द को हल्के में नहीं लेना चाहिए। कोणासन के जरिए कमर दर्द को ठीक किया जा सकता है। और इस बात का ध्यान रखें कमर दर्द में पेनकिलर्स का सेवन

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