त्यौहार-व्रत

एकाक्षी नारियल तथा उनसे किए जाने वाले उपायों

Written by Bhakti Pravah

लघु तथा एकाक्षी नारियल तथा उनसे किए जाने वाले उपायों के बारे में बता रहे हैं-
लघु नारियल का आकार सामान्य नारियल से थोड़ा छोटा होता है। इसका प्रयोग कई उपायों में किया जाता है, खासकर धन-संपत्ति प्राप्ति के उपायों में। लघु नारियल के कुछ साधारण प्रयोग इस प्रकार हैं-
1. किसी शुभ मुहूर्त में 11 लघु नारियल पूजन कक्ष में स्थापित मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के चरणों में रखकर ऊं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् मंत्र का जाप करें। 2 माला जाप करने के बाद एक लाल कपड़े में उन लघु नारियलों को लपेट कर तिजोरी में रख दें व दीपावली के दूसरे दिन किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से धन संबंधी समस्या का स्थायी निदान हो सकता है।

2. धन, वैभव व समृद्धि पाने के लिए 5 लघु नारियल स्थापित कर, उस पर केसर से तिलक करें और हर नारियल पर तिलक करते समय 27 बार नीचे लिखे मंत्र का मन ही मन
जाप करते रहें- मंत्र- ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं

3. अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में कभी धन व अनाज की कमी न रहे और अन्न का भंडार भरा रहे तो 11 लघु नारियल एक पीले कपड़े में बांधकर रसोई घर के पूर्वी कोने में बांध दें। एकाक्षी नारियल धार्मिक मान्यता के अनुसार ये नारियल साक्षात लक्ष्मी  का रूप होता है। इसके ऊपर आंख के समान एक चिह्न होता है। इसलिए इसे एकाक्षी (एक आंख वाला) नारियल कहते हैं।

इसे घर में रखने से ही कई प्रकार की समस्याएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं। ये हैं इसके खास उपाय-
1. जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, उस घर के लोगों पर तांत्रिक क्रियाओं का प्रभाव नहीं होता है एवं उस परिवार के सदस्यों को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व यश प्राप्त होता है।

2. यदि मुकद्मे में विजय प्राप्त करनी हो तो रविवार के दिन एकाक्षी नारियल पर विरोधी का नाम लिख कर, उस पर लाल कनेर का फूल रख दें और जिस दिन न्यायालय जाएं वह फूल साथ ले जाएं। फैसला आपके पक्ष में होने की संभावना बढ़ जाती है। हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र माना गया है। पूजन आदि शुभ कार्यों में भी इसका उपयोग किया जाता है। आज हम आपको दक्षिणावर्ती व मोती शंख के बारे में बता रहे हैं। इन दोनों शंखों का उपयोग ज्योतिषीय उपायों में किया जाता है। ये हैं इनसे किए जाने वाले उपाय- दक्षिणावर्ती शंख
ज्योतिषीय उपायों में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है। इस शंख को विधि-विधान पूर्वक घर में रखने से कई प्रकार की बाधाएं शांत हो जाती हैं और धन की भी कमी नहीं होती, लेकिन इसे घर में रखने से पहले इसका शुद्धिकरण अवश्य करना चाहिए। इस विधि से करें शुद्धिकरण लाल कपड़े के ऊपर दक्षिणावर्ती शंख को रखकर इसमें गंगाजल भरें और कुश (एक विशेष प्रकार की घास) के आसन पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें- ऊं श्री लक्ष्मी सहोदराय नम: इस मंत्र की कम से कम 5 माला जाप करें।

उपाय
1. दक्षिणावर्ती शंख को अन्न भंडार में रखने से अन्न, धन भंडार में रखने से धन, वस्त्र भंडार में रखने से वस्त्र की कभी कमी नहीं होती। बेडरूम में इसे रखने से शांति का अनुभव होता है।

2. इस शंख में शुद्ध जल भरकर, व्यक्ति, वस्तु, स्थान पर छिड़कने से दुर्भाग्य, अभिशाप, तंत्र-मंत्र आदि का प्रभाव समाप्त हो जाता है।

3. इसे घर में रखने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा अपने आप ही समाप्त हो जाती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है। मोती शंख ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मोती शंख एक विशेष प्रकार का शंख होता है। ये आम शंख से थोड़ा अलग दिखाई देता है और थोड़ा चमकीला भी होता है। इस शंख को विधि- विधान से पूजन कर यदि तिजोरी में रखा जाए तो घर, ऑफिस व दुकान में पैसा टिकने लगता है। आमदनी बढऩे लगती है।

उपाय
किसी बुधवार को सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने मोती शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जाप करें- श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम: मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें। मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इस शंख में डालें। इस बात का ध्यान रखें कि चावल टूटे हुए ना हो। यह प्रयोग लगातार 11 दिनों तक करें। इस प्रकार रोज एक माला जाप करें। उन चावलों को एक सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और ग्यारह दिनों के बाद चावल के साथ शंख को भी उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें। कुछ ही दिनों में धन वृद्धि के योग बनने लगेंगे।

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